देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। नगर के चुर्क रोड पर स्थित एक होटल परिसर में मंगलवार को आयोजित शक्ति केन्द्र संयोजक सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने संबोधित किया। इससे पूर्व प्रदेश महामंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कहा कि सशक्त शक्ति केन्द्र ही मंडल और बूथ के बीच सेतु का कार्य करता है। मंडल, शक्ति केन्द्र तथा बूथ की मजबूती से विजय का त्रिशक्ति फॉर्मूला तैयार होगा। विपक्ष के झूठ, फरेब को त्रिशक्ति फॉर्मूले से भाजपा कार्यकर्ता ध्वस्त करेंगे। कहा कि पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुटकर प्रदेश में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाना है। विपक्ष झूठ, फरेब तथा भ्रम फैलाकर राजनैतिक लाभ लेने के लिए काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा सरकार ने सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के संकल्प के साथ सभी योजनाओं को गांव, गरीब, किसान के सामाजिक व आर्थिक उत्थान के लिए समर्पित किया है। हमें हर बूथ, हर घर और हर व्यक्ति तक विपक्ष के झूठ, फरेब का पर्दाफाश भी करना है और भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। कहा कि भाजपा के निष्ठावान, परिश्रमी, ऊर्जावान एवं अनुशासित कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देकर मंडल, शक्तिकेन्द्र तथा बूथ की संरचना को सशक्त करना है। जिससे संगठन की अपेक्षाएं हर बूथ पर जीवंत हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बूथ पर पूर्व में संगठन की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाले समर्पित व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या है। प्रत्येक कार्यकर्ता को संगठन के कार्यक्रमों में सक्रिय करना होगा। इसके साथ ही पार्टी के प्राथमिक सदस्यों को भी जिम्मेदारी देकर सक्रिय करना है। संगठन के प्रत्येक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। कहा पंचायत चुनाव तथा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हमें अभी से संगठनात्मक तैयारी पूरी करना है। इसके लिए सभी को मिलकर काम करना है। तथ्यों के साथ सत्त्य को लेकर जन-जन के बीच संवाद स्थापित करना है। काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलिप सिंह पटेल ने कहा कि मंडल अध्यक्ष, शक्तिकेन्द्र संयोजक तथा बूथ अध्यक्षों के बीच सतत संवाद होना चाहिए। प्रभावी कार्यक्रमों के लिए समग्र रूप से बैठकर रणनीति तैयार होनी चाहिए। नियमित मासिक बैठकें, जनसंवाद, जनसम्पर्क जैसे कार्यक्रम नियमित हो, इसके लिए स्वभाव विकसित करना होगा।