देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी बीएन सिंह की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इस दौरान बैठक में अनुपस्थित मिले एनएच के अधिशासी अभियन्ता व उपसा के अधिकारी के विरूद्ध शासन स्तर पर पत्राचार करने के लिए डीएम ने संबंधितों को निर्देशित किया। सड़कों पर नशे की हालत में वाहन चलाते मिले चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस को निरस्त करने का फरमान जारी किया।
जिले में अनफिट वाहनों के संचालन से आएदिन हो रहे सड़क हादसे में कमी लगाने के लिए डीएम ने भारी वाहनों की चेकिंग करने का फरमान जारी किया। कहा कि चेकिंग के दौरान बाडी के ढ़ाचे में परिवर्तन कर सड़कों पर फर्राटा भरने वाले वाहनों पर सीज करने की कार्यवाही की जाए। चार पहिया वाहनों सहित ट्रक, हाईवा आदि के तेज रफ्तार की नियमित निगरानी की जाए। नशे की हालत में वाहन चलाने से दुर्घटना होने की अधिक संभावना बनी रहती है। लिहाजा नशेड़ी चालकों के ड्राइविंग लाईसेंस निरस्त किया जाए। कहा कि दुर्घटना होने की स्थिति में घायल व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया जाए। जिससे समय रहते घायल व्यक्ति को बेहतर ईलाज मिल सके और उसका जीवन सुरक्षित हो सके। इसके लिए बेहतर कार्ययोजना स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनायी जाए। एआरटीओ को गाड़ियों के फिटनेस सर्टिफिकेट की जांच करने के लिए निर्देशित किया। ड्राइवरों के आंखों की जांच के लिए कैम्प लगवाया जाए। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा अश्वनी कुमार, एआरटीओ, अधिशासी अभियन्ता पीडब्ल्यूडी शैलेश ठाकुर, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।