कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।भगतसिंह, सुखदेव ,राजगुरु के 94वें शहादत दिवस पर भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी की ओर से सिंघलपट्टी बाजार में नुक्कड़ सभा कर क्रान्तिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत में भगतसिंह ,सुखदेव, राजगुरु के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत क्रान्तिकारी गीत मेरा रंग दे बसन्ती चोला से की गयी।
इस दौरान भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी के मित्रसेन ने बताया कि आज का दिन भारतीय क्रान्तिकारी आन्दोलन के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। इसी दिन 1931 में अंग्रेज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ लड़ते हुए भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु ने फांसी का फन्दा चूमा था। इन क्रान्तिकारियों ने कुर्बानी और साहस की जो मिसाल पेश की उसकी याद आज भी देश के सभी ज़िन्दादिल नौजवानों के दिलों में बसी हुई है और हुक़्मरानों की तमाम कोशिशों के बावजूद इन्हें लोगों के दिलों से निकाला नहीं जा सका है। लेकिन अफ़सोस की बात कि देश की एक बड़ी आबादी इनकी बहादुरी के पक्ष से तो परिचित है, लेकिन इनके सपनों-विचारों और आदर्शों को नहीं जानती है।
पार्टी के बिन्द्रेश ने बताया कि आज हमें भगतसिंह के आदर्शों पर चलने की ज़रूरत है। आज हमें जाति-धर्म के आधार पर लड़ने की बजाय सही मुद्दों पर एकजुट होकर संघर्ष करने की ज़रूरत है जिससे उनके सपनों का भारत बनाया जा सके। कार्यक्रम का संचालन बिन्द्रेश ने किया।
इस दौरान रेहान, सुरेश, रामधनी, दीपांजलि, निधि बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।