कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।
नंबर वन आने के लिए पुलिस विभाग द्वारा जनता की आईं जी आर एस पर प्राप्त शिकायतों के फर्जी निस्तारण का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता को राहत पहुंचने के लिए रात दिन एक कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पुलिस केवल वाह वाही पाने के जनता के साथ खिलवाड़ करने से जरा भी गुरेज नहीं कर रही है।बताते चलें कि आई जी आर एस में जनपद अम्बेडकर नगर अव्वल रहा। लेकिन जब असलियत सामने आई तो हैरानी हुई आखिर क्या केवल नंबर वन आने के लिए जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। क्या अंबेडकर नगर की पुलिस उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की मेहनत पर पानी फेरने का कार्य कर रही है। एक तरफ योगी आदित्यनाथ जनता की समस्या को दूर करने के लिए हर तरह के विकल्प एवं तंत्र को मजबूत कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ उन्ही के अधिकारी एवं कर्मचारी केवल कागजी कोरम कर इति श्री कर रहे हैं। इन्हीं के करतूत के कारण जनता को दर-दर भटकना पड़ता है लेकिन उनका कष्ट दूर नहीं हो पता है। केवल रिपोर्ट में लिख दिया जाता है कि संपर्क किया गया या संपर्क नहीं हो पाया। जब पीड़ित उच्च स्तरीय अधिकारियों को अपनी शिकायत देता है तो यह अपने मन की रिपोर्ट लगा देते हैं जनता द्वारा जब पूछा जाता है तो यह वही कहते हैं जाओ चाहे जहां जाओ रिपोर्ट लगाना तो हम ही को है। वही यह भी चर्चा है कि इन्हीं की मनमानियो से जनता में योगी आदित्यनाथ का विश्वास टूटता जा रहा है। जब तक सीएम योगी अपना हंटर नहीं चलाएंगे तब तक जनता को कष्ट से निदान नहीं मिल पाएगा। एक ताजा उदाहरण है कि शिकायत 29 दिसंबर 2024 को की गई। जांच अधिकारी थानेदार आलापुर राकेश कुमार ने 26 दिसंबर 2024 की पुरानी रिपोर्ट अपलोड की है। जिसपर उनके हस्ताक्षर भी 26 दिसंबर 2024 के हैं। यह रिपोर्ट दूसरी शिकायत पर दी थी। साथ ही फीडबैक लेने वाले अधिकारी ने लिखा है आवेदिका से 12:00 बजे फीडबैक लिया गया। आवेदक को आवेदिका लिखा गया तारीख में ओवर राइटिंग कर 26 तारीख को कलम से 29 बनाने का प्रयास किया गया है। यही सब हो रहा है ईमानदार मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस वाली सरकार में।