मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नए नेता अब्दुल्ला शाहिद ( Abdulla Shahid ) ने भारत का समर्थन किया है। उन्होंने नई दिल्ली के साथ माले के घनिष्ठ संबंधों का बचाव किया और कहा कि भारत के साथ संबंधों को खराब करना असंभव है। दो देशों के विवाद के बीच शाहिद ने इस बात पर जोर दिया कि भारत 2004 के सुनामी संकट में सहायता करने वाला पहला सहयोगी देश था।मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नए नेता और अनुभवी मालदीव के राजनयिक अब्दुल्ला शाहिद ने नई दिल्ली के साथ माले के घनिष्ठ संबंधों का बचाव किया। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यहां नई सरकार द्वारा विदेश नीति में किए गए बदलावों के बावजूद भारत के साथ संबंधों को खराब करना असंभव है।सन ऑनलाइन के साथ एक साक्षात्कार में, संयुक्त राष्ट्र महासभा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'भारत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कई अन्य तरीकों से हमसे जुड़ा हुआ है। पिछले सप्ताह हुए इस साक्षात्कार के दौरान उन्होंने दावा किया था कि मालदीव एक सहयोगी के रूप में भारत के भौगोलिक और ऐतिहासिक महत्व से खुद को दूर नहीं कर सकता है।मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के भारत विरोधी रुख के कारण दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध खराब हो गए हैं। बता दें कि मुइज्जू को चीनी समर्थक नेता माने जाते है। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में अपने पहले राष्ट्रपति भाषण में कहा था कि भारतीय सैन्य कर्मियों के पहले समूह को 10 मार्च से पहले मालदीव से वापस भेज दिया जाएगा और शेष दो विमानन प्लेटफार्मों को 10 मई से पहले वापस ले लिया जाएगा।दो देशों के विवाद के बीच शाहिद ने इस बात पर जोर दिया कि भारत 2004 के सुनामी संकट में सहायता करने वाला पहला सहयोगी देश था। उन्होंने कहा कि भारत ने संकट के चार घंटों के भीतर पानी ले जाने वाली विशेष उड़ानें माले के लिए उड़ाई थीं।शाहिद ने इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की अध्यक्षता में 2018 से 2023 तक विदेश मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने भारत का समर्थन करते हुए बताया कि 2020 की कोविड महामारी में मालदीव की सहायता करने वाला भारत पहला देश था।शाहिद ने उन अफवाहों को भी खारिज कर दिया कि मुख्य विपक्षी नेता के रूप में उनकी हालिया नियुक्ति को भारत का समर्थन प्राप्त था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुइज्जू प्रशासन के कई अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उनकी नियुक्ति भारत द्वारा समर्थित थी। अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर सरकार की आलोचना करते हुए नए एमडीपी नेता ने कहा कि मौजूदा सरकार को अपने दम पर उपलब्धियां हासिल करने की उनकी क्षमता का एहसास करना चाहिए।