ग्रामीण स्वक्षताग्राही कर्मचारियों संघ उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पर स्वक्षताग्राही कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी को अपनी मांग से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।स्वच्छता ग्राही पिंकी सिंह ने कहा कि पूर्व से ही प्रदेश के प्रत्येक विकास खंड में निहित प्रत्येक न्याय पंचायत में निहित प्रत्येक ग्राम में एक स्वच्छता ग्राही की सफाई कार्य के लिए जिम्मेदारी दी गई है। स्वछताग्रही सौंप गए अपने दायित्व का निर्वहन कर्तव्य निष्ठा के साथ कर रहे हैं। लेकिन उनका दैनिक पारिश्रमिक न्यूनतम के निचले स्तर पर है और उसका समय पर भुगतान भी नहीं किया जाता है। विगत काफी दिनों से उनका भुगतान भी संबंधित विभागों द्वारा नहीं किया जा रहा है।ऐसी स्थिति में उसे अपना परिवार का जीवन यापन करने में तमाम और सुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने आगे कहा कि एक अक्टूबर 2023 को नैमिसारण्य में हुई मीटिंग में यह कहा गया था कि ऐसे कर्मचारियों को जो दैनिक पारिश्रमिक पर कार्य कर रहे हैं। उनका गुजारे लायक पारिश्रमिक कम से कम माह में 15 हजार या 18 हजार रुपया होना चाहिए। परंतु आज तक हम स्वच्छता ग्राहियों के विषय में चिंतन करते हुए अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। जबकि इन स्वच्छता ग्रहों द्वारा प्रत्येक वर्ष इको गार्डन में शांति प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाये जाने का प्रयास किया जाता रहा है।स्थिति में हमारी मांग को स्वीकार करते हुए मासिक पारिश्रमिक कम से कम 15 हजार रुपये या 18 हजार रुपए किया जाए। इस मौके पर पिंकी सिंह, राजेश कुमार, अंजनी कुमार सिंह, पवन कुमार, अनूप सिंह, दीपक कुमार, अवधेश कुमार यादव, रामाशीष राम, नवतेज सिंह, प्रियंका वर्मा, संजू आदि मौजूद रहे।