अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर पेपर लीक करा देती है और नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पहले तो नौकरियां आ नहीं रहीं हैं और अगर सरकार नौकरियां निकाल भी रही है तो उसके पेपर जानबूझ कर लीक हो रहे हैं। सोमवार को वे अपने आवास पर लखनऊ जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर पेपर लीक करा देती है और नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पहले तो नौकरियां आ नहीं रहीं हैं और अगर सरकार नौकरियां निकाल भी रही है तो उसके पेपर जानबूझ कर लीक हो रहे हैं। सोमवार को वे अपने आवास पर लखनऊ जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।उन्होंने कहा कि जब पहली बार प्रदेश में पेपर लीक हुआ था, यदि उसी समय कार्रवाई हो गई होती तो इस तरह पेपर लीक नहीं होते। इस समय सरकार सिर्फ डायलाग मार रही है। पुलिस भर्ती, आरओ-एआरओ समेत तमाम परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 60 लाख छात्र परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पेपर छपने से लेकर, पेपर बंटवाने तक में सरकार के लोग शामिल हैं। सरकार की नीयत है कि नौकरी न देनी पड़े। क्योंकि उसके लिए बजट नहीं है। नौकरी के नाम पर भी फार्म से एकत्रित रुपये का सरकार उपयोग कर रही है।अखिलेश ने अग्निवीर भर्ती पर भी सवाल उठाए। कहा कि इस नौकरी को अस्थायी करने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि निवेश के नाम पर भी रोजगार देने का सरकार का वादा पूरा नहीं हो सका। बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। वहीं चुनाव को लेकर कहा कि विपक्षी राजनेताओं को ईडी, सीबीआइ और अन्य एजेंसियों के जरिए जांच के बहाने घेर कर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही है।उन्होंने कहा कि सरकार दबाव बना रही है, लोगों को डराना, धमकाना, एजेंसियों का प्रयोग करना, पुराने केसों का दबाव बनाना, यह चुनाव के लिए कर रही है। उन्होंने राज्यसभा चुनाव को लेकर कहा कि सरकार की कोशिश है कि वे हर तरह का दबाव बनाएंगे। लेकिन विधायक अपनी मर्जी से वोट डालेंगे। उन पर दबाव नहीं चलेगा। राहुल गांधी के रोड शो पर उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में जनसमर्थन बढ़ेगा। हर वर्ग सरकार को हटाना चाहता है।