कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।अयोध्या–अम्बेडकर नगर मुख्य मार्ग पर रात के समय होने वाले हादसे अब गंभीर मुद्दा बनते जा रहे हैं। लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं ने न सिर्फ राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों को चिंतित किया है, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि मार्ग पर बने अधिकांश कटों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं, जिसके कारण शाम ढलते ही सड़क पूरी तरह अंधेरे में डूब जाती है।
रात में वाहनों की तेज रफ्तार और कटों पर कम दृश्यता गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार दोपहिया और चारपहिया वाहन बिना सामने वाले को स्पष्ट रूप से देखे कट पर मुड़ जाते हैं, जिससे टक्कर की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। अंधेरा इतना गहरा हो जाता है कि दूसरे वाहन की हेडलाइट भी कई बार पर्याप्त नहीं होती।
स्थानीय लोगों की चर्चा में यह मुद्दा सबसे आगे है कि आखिर जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों की नज़र इस प्रमुख मार्ग पर हो रही घटनाओं पर कब पड़ेगी। लोग बताते हैं कि यह मार्ग अयोध्या और अम्बेडकर नगर के बीच सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है, जहां रात में भारी वाहनों का आवागमन भी अधिक रहता है। ऐसे में स्ट्रीट लाइटों की अनुपस्थिति जोखिम को और बढ़ा देती है।
लोगों का मानना है कि यदि कटों और मोड़ों पर पर्याप्त और कार्यशील स्ट्रीट लाइटें लगाई जातीं, तो रात में दृश्यता बेहतर होती और हादसों की संभावनाएं काफी हद तक कम हो सकती थीं। फिलहाल, लगातार हो रहे हादसों की वजह से आमजन में सुरक्षा को लेकर चिंता और चर्चा दोनों तेज हो गई हैं।
