कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।तहसील टांडा क्षेत्र बसखारी में मीडिया की पड़ताल में सामने आया है कि क्षेत्र में दर्जनों मोटरसाइकिल, ठेले और निजी वाहन बिना फिटनेस, बिना इंश्योरेंस और बिना सुरक्षा उपकरणों के रोज़ाना सिलेंडर सप्लाई कर रहे हैं। जबकि इन दिनों परिवहन विभाग और पुलिस विभाग का चेकिंग अभियान भी जारी है लेकिन गैस सिलेंडर ढोने वालों का जुगाड काफी तगड़ा है न उनको पुलिस विभाग से भय है न परिवहन विभाग से जबकि नियमों के अनुसार केवल पंजीकृत व अनुमोदित वाहनों को ही गैस सिलेंडर ढोने की अनुमति है।
*पड़ताल में बड़ा खुलासा*
बसखारी स्थित इंडियन गैस एजेंसी द्वारा होम डिलीवरी के लिए केवल 2–3 वाहन ही आधिकारिक रूप से रजिस्टर्ड पाए गए, जबकि अधिकांश सप्लाई निजी लोगों की मोटरसाइकिलों व ठेलों के सहारे कराई जा रही है।बसखारी इंडियन एलपीजी एजेंसी क्षेत्र में अनुमानित 40 हजार से अधिक उपभोक्ता पंजीकृत हैं। सभी उपभोक्ताओं तक 930 रुपये में सिलेंडर डिलीवरी अनिवार्य की गई है—लेकिन उनके द्वारा सारे नियमों और कानूनों पर पानी फेरा जा रहा है शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में। सूचना यह भी है कि गैस सिलेंडर की मांग पूरी करने के दबाव में एजेंसी द्वारा बिना पंजीयन व बिना सुरक्षा मानक वाले वाहनों का उपयोग कर रही हैं।
*सड़क पर दौड़ रहे जोखिम रहित वाहन*
ज्यादातर वाहन न सिर्फ निजी हैं बल्कि
फिटनेस खत्म,
बीमा समाप्त,
फायर सेफ्टी उपकरण गायब,
वजन मापने के कांटे तक नहीं,
फिर भी ये वाहन धड़ल्ले से घर-घर सिलेंडर पहुंचा रहे हैं। कई जगह दोपहिया वाहनों पर 2–3 सिलेंडर तक लादकर सप्लाई की जा रही है, जो गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है।
*जानिए नियम और उनकी अनदेखी*
1. पंजीयन अनिवार्य, लेकिन वाहन अपंजीकृत
गैस सिलेंडर ढोने वाले वाहनों का पंजीयन
खाद्य विभाग,
ऑयल कंपनियों,
तथा आरटीओ कार्यालय
में होना आवश्यक है। लेकिन जांच में सामने आया कि खाद्य विभाग में अधिकांश वाहनों का पंजीयन तक नहीं हुआ है, जो बड़ी लापरवाही का संकेत है।
2. फायर सेफ्टी सिस्टम जरूरी
नियमों के अनुसार डिलीवरी वाहनों में
फायर सेफ्टी उपकरण,
गैस प्रेशर से बचाव के उपाय,
*निर्धारित मानक दूरी व सुरक्षा कवच*
होना चाहिए।
धूप में वाहन खड़े न करने जैसे दिशा-निर्देश भी हैं ताकि गैस के अधिक ताप से दुर्घटना न हो।
लेकिन बसखारी क्षेत्र में इन नियमों का पालन लगभग नदारद है।
*लापरवाही से बढ़ रहा खतरा*
बिना सुरक्षा और बिना पंजीयन वाले वाहनों से एलपीजी सिलेंडर ढुलाई एक बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। किसी भी क्षण भारी हादसा हो सकता है। उपभोक्ता भी बिना वजन मापे सिलेंडर थमा दिए जाने से परेशान हैं। स्थानीय लोगों ने संबंधित विभागों से सख्त कार्रवाई और मानक के अनुरूप डिलीवरी व्यवस्था सुनिश्चित करवाने की मांग की है।
