देवल संवाददाता, आजमगढ़। भारत सरकार के संयुक्त सचिव सहकारिता द्वारा जिले की एक बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति का निरीक्षण किया गया। इस दौरान समिति के कार्यों, खाद-बीज की उपलब्धता, किसानों के पंजीकरण और पारदर्शिता को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।
संयुक्त सचिव सहकारिता सिद्धार्थ जैन ने विकास खंड पल्हना स्थित बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति लिमिटेड जमुई चक भटौली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने समिति में खाद, बीज, उर्वरक तथा धान-गेहूं खरीद की स्थिति की जानकारी ली।
संयुक्त सचिव ने निर्देश दिया कि अधिक से अधिक किसानों का रजिस्ट्रेशन कर समिति की सदस्यता बढ़ाई जाए और किसानों को अनुमन्य मात्रा में खाद-बीज व उर्वरक उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की खतौनी देखकर ही उर्वरक वितरण किया जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
उन्होंने समिति के व्यवसायिक टर्नओवर को बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि कोऑपरेटिव बैंक की सहायता से समितियों को लोन उपलब्ध कराया जाए और उसी लोन के माध्यम से किसानों को भी लाभ दिया जाए। इसके साथ ही समितियों में अधिक से अधिक ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को सीधा लाभ मिल सके।
संयुक्त सचिव ने एआर कोऑपरेटिव को निर्देश दिया कि समिति के सचिव और अध्यक्ष के साथ बैठक कर व्यवसायिक टर्नओवर बढ़ाने में सहयोग करें। साथ ही समिति के सदस्यों के वास्तविक किसान होने की पुष्टि के लिए लेखपालों से पुनः सत्यापन कराने को कहा।
निरीक्षण के दौरान खाद और बीज की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। एआर कोऑपरेटिव अजय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 100 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम के निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए भूमि उपलब्ध है।
इसके अलावा संयुक्त सचिव ने समिति परिसर में स्थापित जन औषधि केंद्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि दवाओं की अधिक से अधिक उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और बिक्री बढ़ाकर समिति की आय में वृद्धि की जाए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, एआर कोऑपरेटिव अजय कुमार, समिति के सचिव, अध्यक्ष सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।