परमाणु विज्ञान का परिचय और परमाणु रिएक्टरों की दुनिया' विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन
देवल संवाददाता, परमाणु ऊर्जा विश्वसनीय, स्वच्छ और भविष्य के लिए अत्यधिक संभावनाओं से भरपूर ऊर्जा स्रोत है, कुलपति प्रो. संजीव कुमार ने यह बात 'परमाणु विज्ञान का परिचय और परमाणु रिएक्टरों की दुनिया' विषयक व्याख्यान में कही। उन्होंने कहा कि परमाणु विज्ञान 21 वीं सदी के वैज्ञानिक विकास, ऊर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार है। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा, अनुसंधान उन्मुख वातावरण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे शैक्षणिक आयोजन छात्रों में नवाचार एवं वैज्ञानिक जिज्ञासा को सुदृढ़ करते हैं। यह विशेष व्याख्यान विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को परमाणु प्रौद्योगिकी की मूल अवधारणाओं और उसके व्यावहारिक उपयोगों से अवगत कराने में सहायक सिद्ध होगा।
मै आपको बताता चलूँ कि महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आज़मगढ़ में माननीय कुलपति महोदय के संरक्षण में 'परमाणु विज्ञान का परिचय और परमाणु रिएक्टरों की दुनिया' विषय पर एक विशेष व्याख्यान 19 नवंबर 2025 को विश्वविद्यालय परिसर के सुविधा केंद्र में आयोजित किया गया। व्याख्यान के मुख्य वक्ता भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), मुंबई के प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. सेराज अहमद अंसारी, जो परमाणु विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में अपने व्यापक अनुभव के लिए देशभर में जाने जाते हैं। डॉ. अंसारी ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विश्वसनीय, स्वच्छ और भविष्य के लिए अत्यधिक संभावनाओं से भरा ऊर्जा स्रोत है। अपने विस्तृत और सरल प्रस्तुतीकरण में परमाणु विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों, विभाजन एवं संलयन प्रक्रियाओं, रिएक्टरों की कार्यप्रणाली, परमाणु ईंधन चक्र और सुरक्षित ऊर्जा उत्पादन पर गहन जानकारी दी। उन्होंने रिएक्टर सुरक्षा, कूलिंग सिस्टम, अपशिष्ट प्रबंधन और आधुनिक तकनीकों जैसे स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) पर भी विस्तार से चर्चा की। छात्र-छात्राओं के प्रश्नो का बहुत ही सरल तरीके से डॉ. अंसारी ने जवाब भी दिया।
कार्यक्रम में डॉ. अंकुर चौबे, डॉ. अनुराग कुमार सिंह, श्री धीरज यादव, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. सचिन राय, डॉ. अर्चना पांडे, डॉ. विभा मिश्रा, डॉ. आयुष सिंह, डॉ. धर्मेन्द्र यादव और डॉ. अंकुर श्रीवास्तव सहित कई संकाय सदस्य उपस्थित रहे। भौतिकी एवं रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष व्याख्यान में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में विभाग की ओर से डॉ. अंसारी को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया गया।
