देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। बकाया फीस को लेकर 12वीं के छात्र की बेरहमी से पिटाई करने के बाद उसे विद्यालय से निष्कासित करने की कथित घटना को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने काफी गंभीरता से लिया है। बुधवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने नगर के जयपुरिया स्कूल पहुंच कर छात्र की पिटाई के दोषी प्रधानाचार्य के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला दहन किया। कार्यकर्ताओं ने दोषी प्रधानाचार्य को तत्काल निलंबित करने व उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई की मांग किया है। चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन की होगी।
एबीवीपी के विभाग संयोजक सौरभ सिंह के नेतृत्व में बुधवार की सुबह जयपुरिया स्कूल पहुंच कार्यकर्ताओं ने प्रधानाचार्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। बाद आकोशित कार्यकर्ताओं ने स्कूल गेट के समक्ष छात्र की पिटाई के दोषी प्रधानाचार्य का प्रतिकात्मक पुतला दहन किया। मांग की कि दोषी प्रधानाचार्य को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में ऐसी किसी भी प्रकार की घटनाएं किसी भी छात्र के साथ न हो। उधर सूचना पर पहुंची सदर कोतवाली पुलिस ने आक्रोशित छात्र नेताओं को किसी प्रकार से समझा-बुझा कर उनका गुस्सा शांत कराया। मौके पर प्रांत कार्यसमिति सदस्य अनमोल सोनी, पूर्व जिला संयोजक मृगांक दुबे, आशुतोष मोदनवाल, नगर मंत्री चूर्क आदर्श, नगर सह मंत्री राज सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, सिद्धार्थ, उत्तम, सक्षम, अनुराग, शिवम आदि मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि नगर के जयपुरिया स्कूल में 14 नवंबर शुक्रवार को न्यू कालोनी निवासी कक्षा 12वीं के छात्र यश जायसवाल की प्रधानाचार्य के द्वारा पिटाई कर उसे स्कूल से निष्कासित किए जाने का मामला गत मंगलवार को प्रकाश में आया था। पीड़ित छात्र की मां विभा जायसवाल ने दोषी प्रधानाचार्य के खिलाफ सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। बाद पीड़िता ने 17 नवंबर को जिलाधिकारी व 20 नवंबर को पुलिस अधीक्षक को संबोधित पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगायी है। छात्र की मां विभा जायसवाल का आरोप है कि जयपुरिया स्कूल सपा के एक वरिष्ठ नेता का है। उक्त नेता की ऊंची पहुंच के कारण सदर कोतवाली पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। बताया कि 14 नवंबर को प्रधानाचार्य की पिटाई से उसका पुत्र बेहोश हो गया था। उसे किसी प्रकार से स्कूल से उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
.jpeg)