देवल संवाददाता, आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के कंदरा गांव में सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय का जमीन सम्बन्धी विवाद सुलझाने में प्रशासनिक अधिकारी मंगलवार को एक बार फिर विफल रहे। आत्मदाह के लिए जिलाधिकारी आवास पर जाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया। उपजिलाधिकारी के निर्देश पर नींव की खुदाई तो हुई पर आगे का निर्माण कार्य नहीं हो सका। कंदरा गांव निवासी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय ने 21 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर मंडलायुक्त, डीआईजी, डीएम और पुलिस अधीक्षक को ईमेल कर यह कहा था कि सपा के एक पूर्व विधायक के इशारे पर गांव के दबंग लोग उसकी पैतृक जमीन पर कब्जा करना चाहते है जबकि मैं जानवरों आदि से सुरक्षा के लिए चहारदीवारी निर्माण कराना चाहता हूं जिसे ये दबंग लोग नहीं होने दे रहे। उनका कहना है कि तीन माह से वे अधिकारियों के उदासीन रवैए से क्षुब्ध है। उन्होंने प्रेषित ईमेल में प्रशासन को चेतावनी देते हुए यह कहा कि तीन दिन में यदि समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो वे डीएम आवास पर आत्मदाह कर लेंगे। अभिषेक उपाध्याय द्वारा आत्मदाह की तय सीमा समाप्त होने के बाद मंगलवार सुबह उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार, नायब तहसीलदार राजाराम और थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और अभिषेक उपाध्याय को उनके घर पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया और उनको विवाद के निस्तारित करने का भरोसा दिलाया। अभिषेक को हाउस अरेस्ट करने के बाद उपजिलाधिकारी द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर आपसी सहमति से नींव की खुदाई करवाया। उसके बाद उपजिलाधिकारी निर्माण कार्य कराने का निर्देश देकर चले गए। अचानक ही दूसरे पक्ष की एक महिला की तबियत अचानक खराब हो गई और वे उन्हें अस्पताल लेकर चले गए और महिलाओं ने निर्माण कार्य नहीं होने दिया। दूसरे दिन भी नायब तहसीलदार राजाराम और पुलिस बल चल रहे विवाद को निस्तारित नहीं करा सके। इस संबंध में उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार का कहना है कि एक पक्ष की एक महिला की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसके कारण निर्माण कार्य रोक दिया गया है। जमीन की निशानदेही और नींव की खुदाई करा दी गई है। जो भी निर्माण कार्य बचा है उसे भी पूर्ण कर दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
