कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।राशन कार्ड में नाम जोड़ने और काटने की प्रक्रिया अब “न्याय की नहीं, नोटों की गति” से चल रही है!एक वायरल वीडियो ने विभाग के भीतर चल रही इस धांधली को पूरी तरह उजागर कर दिया है — वो भी विधायक जी के सामने।वीडियो में जनता साफ़-साफ़ बता रही है कि बिना “सेवा शुल्क” दिए किसी का नाम न जुड़ता है, न कटता। अधिकारी और कर्मचारी दोनों मिलकर ऐसा खेल खेल रहे हैं जिसमें गरीब जनता बस मोहरा बनकर रह गई है।विधायक जी के सामने जब लोगों ने एक-एक करके भ्रष्टाचार के सबूत और अनुभव सुनाए, तो अफसरों के चेहरे ऐसे उतर गए जैसे “राशन के थैले से चूहा निकल आया हो!”फिर भी विभाग की सफाई वही पुरानी — “सिस्टम की गलती है, हम तो नियम से काम कर रहे हैं!”
