देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। प्रदेश सरकार के बच्चों की कम उपस्थिति पर परिषदीय विद्यालयों को बंद करने के आदेश के खिलाफ वृहस्पतिवार को कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम प्रतिनिधि को सौंपा। इस दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्कूलों को बंद करने के आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग किया। मांग पूरी न होने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोंड़ ने कहा कि युवाओं, छात्रों और बेरोजगारों का बीजेपी सरकार उत्पीड़न कर रही है। प्रदेश सरकार ने 5 हजार प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों को मर्ज करने का निर्णय लिया है, जो छात्र विरोधी है। कहा कि सरकार के आदेशानुसार जिले में भी बच्चों की कम उपस्थिति दिखाकर विद्यालयों को मर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, इसका व्यापक प्रभाव दूरस्थ गांव के गरीब तबके के बच्चों पर पड़ेगा। शहर कांग्रेस अध्यक्ष हाजी फरीद अहमद ने कहा कि इस आदेश से मिड डे मील के तहत स्कूलों में खाना बनाने वाली तमाम रसोईयों की नौकरी चली जाएगी। बीएड व बीटीसी डिग्रीधारी युवाओं के लिए नौकरी की दिक्कत होगी। महिला जिलाध्यक्ष ऊषा चौबे ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह कदम हर तरीके से युवाओं, छात्रों और बेरोजगार नौजवानों के हितों के विपरीत है। कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार के इस निर्णय की घोर भत्र्सना करती है। वरिष्ठ नेता राजेश द्विवेदी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी। कांग्रेस प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्रा ने कहा कि बीजेपी सरकार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। सरकार अपने इस तुगलकी फरमान से गरीब तबके के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। इस मौके पर पूर्व प्रदेश सचिव ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी, शशांक मिश्रा, शारदा पनिका, राजबली पांडेय, दयाशंकर देव पांडेय, मोहन बियार, ऋषिराज पासवान, रोशन खान, मदन गुप्ता, शीतला पटेल, सुनीता तिवारी, बाबूलाल पानिका, लल्लू राम पांडेय, अमरेश देव पांडेय, आशुतोष दूबे, अंशु गुप्ता, सूरज वर्मा, अनिल सिंह, शांति विश्वकर्मा, शशिबाला, पंकज मिश्रा, आशीष शुक्ला, प्रदीप सिंह, शंकर लाल भारती, दिनेश मिश्रा, ददन, श्रीनिवास कुशवाहा, विमल चौबे, माला श्रीवास्तव, राधेश्याम पटेल, लालबहादुर आदि मौजूद रहे।