थाने से 3 कि.मी. की दूरी पर जमुई हाइवे पुल के पास धड़ल्ले से जारी धंधा
देवल संवादाता,चुनार,मिर्जापुर।चुनार क्षेत्र में पुलिस और आबकारी विभाग की नाक के नीचे पान व गुटखा की दुकानों पर गांजा बेचने का गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है। और पुलिस को इस बात की खबर नहीं है। जमुई पुल के नीचे पान व गुटखा की दुकान पर नशीले “गांजे” को "चिप्पड़” नाम से मोटे दामों पर बेचा जा रहा है। पान की दुकानों पर बिकने वाले चिप्पड़ नाम के गांजे का नशा स्मैक और कोकीन से भी कई गुना ज्यादा ख़तरनाक है। इस नशे की लत में स्कूल, कालेज के बच्चों से लेकर हर उम्र के लोग इस ख़तरनाक नशे की लत का शिकार हो कर अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
चुनार क्षेत्र में ऐसे तमाम जगहों पर अवैध गांजा /चिप्पड़ गांव-गांव से लेकर नगर के कोने कोने में खुलेआम बिक रहा हैं।इतनी भारी मात्रा में अवैध गांजा क्षेत्र में कहां से आता है।जो स्थानीय पुलिस और जिम्मेदारों पर सवालिया निशान छोड़ रहा है।बताया जा रहा है कि क्षेत्र में दलाल बराबर सेटिंग बनाए हुए हैं जिसके चलते धड़ल्ले से खुलेआम क्षेत्र में गांजे की बिक्री हो रही है।
लगातार खबर प्रकाशन हो रही है लेकिन अभी तक गांजा बेचने वालों और पीने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है, ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराकर कार्यवाही कराने की मांग की है।
खुल्लम-खुल्ला मादक पदार्थ की अवैध विक्री, नशेडियों की बढ़ रही है तादात
सवाल यह उठता है कि क्या आम तौर पर मुखबिर खास की सूचना पर खूंखार और शातिर अपराधियों को जंगल झाड़ियों में योजना बनाते हुए धर दबोचने का दावा कर सराहनीय कार्यों का प्रेस नोट जारी कर अपना बखान करने वाली पुलिस मुखबिर खास इन स्मैक कारोबारियों के गोरखधन्धे की सूचना पुलिस को उपलब्ध क्यों नहीं करा पा रही है। आखिर थानों और चौकियों से महज चंद फासलों पर धड़ल्ले से बिक रही मादक पदार्थ पर रोक लगा पाने में हमारी मित्र पुलिस नाकाम साबित कैसे हो रही है। सूत्रों की माने तो थाना चुनार क्षेत्र में चल रहे स्मैक के अवैध कारोबारियों का नशे का कारोबार लागातार फल फूल रहा है जिसपर अंकुश लगा पाने में चुनार की पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित है।