देवल, ब्यूरो चीफ,मिर्जापुर।जिले के नारायनपुर क्षेत्र के अचितपुर पुरैनी में दबंगों व भूमाफियाओं की गुंडागर्दी का एक मामला सामने आया है। यहाँ दबंगों ने जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और विरोध करने पर महिलाओं को लाठी-डंडों से पीटा, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिससे लोगों में आक्रोश है।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री बार-बार दोहरा रहे हैं कि अपराधियों व भूमाफियाओं में कानून का डर होना चाहिए और पुलिस का इकबाल बुलंद रहना चाहिए। लेकिन मिर्जापुर के हालात मुख्यमंत्री के बयानों का खुला मज़ाक उड़ाते नजर आ रहे हैं। यहां मनबढ़ प्रवृति के अपराधियों में कानून का खौफ कम और पुलिस की कमजोरी का भरोसा ज्यादा नजर आ रहा है। प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद अपराधियों में न तो कानून का खौफ है और न ही पुलिस का डर।
यूपी 112 न.की मौजूदगी में दबंगों ने किया प्राण घात हमला,पुलिस देखती रह गई तमाशा
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित बबिता देवी, मंजू देवी, मीना,उर्मिला नरिया BHU वाराणसी निवासी है। हमने एक जमीन रजिस्ट्री कराए है।जो की जमीन ग्राम-पुरैनी थाना-अदलहाट तहसील- चुनार जिला-मीरजापुर है इस जमीन पर बार बार वहाँ के कुछ दबंगों द्वारा कब्जा संच प्रकृति परिवर्तन का कोशिश किया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने हमें सूचना दी थी आप के जमीन पर कुछ लोगों के द्वारा कब्जा किया जा रहा है। तभी हम लोग ने 112 नं. को लेकर मौके पर पहुंचे तो देखा कि रात में 2 बजे दबंग लोगों ने जमीन पर वाउन्डरी का निर्माण कर रहे थे। हम लोग काम रुकवाने के लिए मना किए तभी दबंग साथी 10-12 की संख्या में मिलकर हम लोगो पर प्राण घातक हमला कर दिया। जिसमें दो लोग घायल हो गये हैं।
अपराधियों को पता है कि थोड़ी सेटिंग कर लो, थाना-चौकी सब मैनेज!
जिससे 4 दिन बीतने के बावजूद भी तक मुकदमा नहीं दर्ज हुआ और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।अपराधियों को पकड़ने के बजाय पुलिस प्रेमलीलाओं में डूबी रहेगी, तो गुंडों का मनोबल सातवें आसमान पर क्यों नहीं होगा?अपराधियों को डर नहीं, क्योंकि उन्हें पता है कि थोड़ी सेटिंग कर लो, थाना,चौकी सब मैनेज हो जाएगा!
जनता को कौन बचाएगा? सरकार, पुलिस या खुद 'बजरंगबली'!
नारायनपुर में हालात यह हैं कि या तो जनता खुद 'बजरंगबली' का आह्वान करे या फिर अपराधियों से निपटने के लिए अपनी सुरक्षा खुद करे। लगातार बढ़ते अपराधों को देखते हुए बड़ा सवाल यह है कि क्या सरकार और प्रशासन इस 'गुंडाराज' को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे या फिर कानून व्यवस्था ऐसे ही अपराधियों के रहमोकरम पर चलती रहेगी।