जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा किसानों को वाल और टेबल कैलेण्डर, बैग एवं प्राकृतिक खेती के विषय पर आधारित चार्ट वितरित किया गया। डिप्टी आरएमओ नृपंजय पाठक ने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र 17 मार्च से संचालित हो गए हैं। इस वर्ष गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में गत वर्ष से 150 रुपए प्रति कुंतल की वृद्धि हुई है। प्रति कुंतल गेहूं की एमएसपी 2425 रुपए है। गेहूं विक्रय के लिए किसान बंधु किसी भी जन सेवा केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराएं। किसान बंधु द्वारा स्वयं अपने मोबाइल में किसान मित्र ऐप डाउनलोड करके भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा अपने नजदीकी किसी भी धान क्रय केंद्र पर जाकर निःशुल्क अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
किसान बंधुओं की सुविधा के लिए जिलाधिकारी द्वारा कुल 40 मोबाइल क्रय केंद्र भी बनाए गए हैं। जिस गांव में एक ट्रक लोड गेहूं मिलने की संभावना हो, वहां मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से किसान के घर जाकर तौल कराई जाएगी। एक दिन पहले किसान बंधु कंट्रोल रूम के नम्बर 05452350857 पर गेहूं तौल के लिए फोन कर सकते हैं।
कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेंद्र सोनकर ने किसानों को बताया कि अधिक से अधिक वर्मी कंपोस्ट बनाकर खेत में डाले जिससे मिट्टी की गुणवत्ता सुधरेगी और गुणवत्ता युक्त अन्न उगाया जा सकेगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी साईं तेजा सीलम, उप निदेशक कृषि हिमान्शु पाण्डेय, जिला कृषि अधिकारी, सहित अन्य अधिकारीगण और किसान उपस्थित रहे।