देवल संवादाता,लखनऊ। प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद यहां की सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीत प्रसाद ने मिल्कीपुर में अपनी जीत का दावा किया उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को धर्म में बांटने की कोशिश करती है जबकि अखिलेश जी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। अजीत प्रसाद ने कहा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आशीर्वाद से उन्हें टिकट मिला है और वो बड़े अंतर से चुनाव जीतने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा हमारे लिए नई-नहीं है। 2008 से ही लोगों के बीच में आ जा रहा हूं. लोगों के सुख-दुख में शामिल होता हूं और इस बार भी हमें जीत मिलेगी। बाकी जगहों पर जो चुनाव हुआ है वहां पर गुंडई चली है पर यहां ऐसा नहीं हो पाएगा।यहां की जनता अवधेश प्रताप जी को और अखिलेश जी को देख रही है।
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने मिल्कीपुर के चुनाव को श्रीकृष्ण और कौरवों की लड़ाई बताते हुए अखिलेश यादव में श्री कृष्ण का डीएनए होने की बात कही है। उनके इस बयान पर अजीत प्रसाद ने कहा कि ष्भगवान सबके हैं। हमारे भी हैं आपके भी हैं इसको हिंदू मुसलमान से मत जोड़िए। अखिलेश यादव ने हमेशा जोड़ने की राजनीति की है और जो सरकार मौके पर पर चल रही है वह सरकार तोड़ने की राजनीति करती है। सपा प्रत्याशी ने कहा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोकसभा का चुनाव हुआ तब भी हम जीते थे। ढेर सारे लोगों को यहां दिक्कतें हैं। मुआवजा नहीं मिल रहा है, ना नौकरी मिल रही ना रोजगार मिल रहा है। मंदिर बनने के बाद चुनाव अवधेश जी जीते हैं तो इसका मतलब है कि यहां की जनता धर्म की राजनीति नहीं चाहती है सिर्फ विकास की राजनीति चाहती है। अयोध्या की जनता यहां की सरकार के छलावे को जानती है और सिर्फ और सिर्फ समाजवादी पार्टी की तरफ देख रही हैं। जब सत्ता में सपा थी तो अखिलेश यादव ने विकास किया था लेकिन उनके बाद काम नहीं हुआ अब सिर्फ दलाली चल रही है। ठाणे और तहसील में धन उगाही की बात होती है, किसी काम की बात नहीं होती है।