देवल संवाददाता,आजमगढ़। नेहरू हॉल में महान शिक्षक नेता,पूर्व विधायक स्वर्गीय पंचानन राय की 82 वीं जयंती के अवसर पर एक शैक्षिक गोष्ठी शिक्षा की दिशा और दशा का आयोजन किया गया। स्वागत नृत्य,एवं सरस्वती वंदना कंपोजिट विद्यालय भैरूपुर की छात्राओं द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अजय राय, पूर्व मंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी,अध्यक्ष प्रोफेसर अमेरिका सिंह कुलपति, अतिथि फुपुक्टा अध्यक्ष प्रोफेसर प्रदीप सिंह, विश्वविजय सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी, अनिल सिंह संगठन मंत्री कांग्रेस, शिक्षक नेता जमील अहमद काजमी, शिक्षक नेता वेदपाल सिंह मौजूद रहे। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ,उच्च शिक्षक संघ के हजारों पदाधिकारी एवं सदस्यों ने कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए। प्रोफेसर प्रदीप सिंह ने कहा कि पंचानन राय को सच्ची श्रद्धांजलि इसी बात पर है कि हम उनके बताए संघर्ष के रास्ते पर चलें। पुरानी पेंशन शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए अति महत्वपूर्ण है,यह बुढ़ापे की लाठी और सम्मान है। प्रदेश संगठन मंत्री अनिल यादव ने कहा कि समाज में शिक्षकों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है उन्हीं के बताए सिखाए मार्ग पर समाज शिक्षा,राजनीति में आगे बढ़ता है। एकजुट संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार ने शिक्षकों की अनेक समस्याओं पर ध्यानाकर्षण किया। आजमगढ़ की धरती से बॉलीवुड तक का सफर करने वाले, अनेक फिल्मों युवा, भौंरी,तत्काल टीवी सीरियल जी टीवी पर काव्यांजलि आदि फिल्मों में अभिनय करने वाले विक्रांत राय ने कहा कि स्वर्गीय पंचानन राय ने जो भी कार्य शिक्षकों के लिए किया है उसकी तुलना नहीं की जा सकती। उपाध्यक्ष कांग्रेस विश्वविजय ने पंचानन राय को याद करते हुए कहा कि पंचानन राय की राजनीति का केंद्र पूर्वांचल रहा। उन्होंने सदन में शिक्षकों की समस्याओं को बहुत निर्भीकता पूर्ण ढंग से उठाया। उन्होंने निरंतर संघर्ष और पढ़ने को प्रेरित करते रहते थे। प्रोफेसर अमेरिका सिंह, कुलपति विक्रांत यूनिवर्सिटी मध्यप्रदेश ने कहा कि पंचानन राय के योगदान को हम आज देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक विकसित देशों में शिक्षकों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है। अयोग्य अधिकारी शिक्षकों को निलंबित करते हैं। असली शिक्षक कभी अपने कर्तव्यों से नहीं भागता। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अजय राय ने स्वर्गीय पंचानन राय के संघर्षों को सलाम किया और कहा कि आज की अत्याचारी सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन को छीन कर उनके परिवार को बेसहारा बनाने का काम की है। कई वर्षों से सरकारी नौकरियों में न तो विज्ञापन निकला है और न ही कोई परीक्षा करा सकी है। यह सरकार सारे विद्यालयों संस्थानों को बेच देना चाहती है जिससे हमारे समाज का मध्यम और गरीब वर्ग न पढ़ पाएगा और न सरकारी नौकरी पाएगा। लखनऊ से आए प्रोफेसर श्रवण कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सिर्फ महान शिक्षक नेता की याद ही नहीं दिलाते बल्कि उनके बताए हुए संघर्ष के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन के सचिव डॉ अमित राय ने किया। पंचानन राय फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र राय, नरेंद्र राय, अमित राय, विवेक राय, संतोष राय, नित्यानंद राय, प्रेमचंद विन्द, संजय सिंह,विनय कुमार यादव, धर्मराज सिंह, नीरज राय, अखिलेश यादव, संतोष कुमार राय, मोहमद अली, निशांत कुमार, सुधीर कुमार, मांधाता राय, राकेश यादव, शुभम राय, श्रीमती ललिता देवी आदि मौजूद रहे।