सिहानी गेट पुलिस पर धोखाधड़ी के शिकार एक पीड़ित के दामाद को ही आरोपितों से मिलीभगत कर हवालात में बंद करने का आरोप है इस मामले में धोखाधड़ी की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज करने का डीसीपी सिटी का आदेश भी विजयनगर पुलिस ने नहीं माना। डीसीपी सिटी ने विजयनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। सिहानी गेट पुलिस पर धोखाधड़ी के शिकार एक पीड़ित के दामाद को ही आरोपितों से मिलीभगत कर हवालात में बंद करने का आरोप है, इस मामले में धोखाधड़ी की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज करने का डीसीपी सिटी का आदेश भी विजयनगर पुलिस ने नहीं माना।पीड़ित ने मामले की शिकायत जब प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से आनलाइन माध्यम से की, तब विजयनगर पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज की है।नोएडा के सेक्टर- 71 में रहने वाले प्राइवेट कंपनी में कार्यरत जयेंद्र कुमार गिरी ने बताया कि वर्ष 2020 में उन्होंने कार्तिके डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर लोहिया नगर में रहने वाले मयंक गर्ग से कैला स्थित उनके प्रोजेक्ट में एक दुकान खरीदने के लिए सौदा तय किया था, इसकी एवज में पांच लाख रुपये ऑनलाइन माध्यम से उनके बैंकखाते में दिए थे।प्राेजेक्ट को मयंक ने जीडीए से स्वीकृत बताया था, जो कि बाद में अस्वीकृत पाया गया। उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो उनको धमकी दी जाने लगी। मयंक से मुलाकात करने वाले सुनील शर्मा, सतीश शर्मा से मदद मांगी तो उन्होंने भी रुपये नहीं दिलवाए।उल्टा पीड़ित को सिहानी गेट थाने में शिकायत करने पर झूठे केस में उनके दामाद अश्वनी शर्मा को हवालात में डलवा दिया गया। इसके बाद जमानत हाेने पर जब पीड़ित ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया, पीड़ित ने डीसीपी सिटी से गुहार लगाई।डीसीपी सिटी ने विजयनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके मामले की शिकायत आनलाइन माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के साथ ही पुलिस कमिश्नर से की गई। विजयनगर पुलिस ने इस मामले में अब रिपोर्ट दर्ज की है।
पीड़ित को ही हवालात में डाला, डीसीपी सिटी का भी आदेश नहीं मान रही पुलिस
जनवरी 24, 2024
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