मधुबन । गीता जयंती के शुभ अवसर पर ज्ञानोदय संस्कृत महाविद्यालय कमलसागर मऊ पर भगवद गीता पाठ का आयोजन किया गया जिसमें सभी आचार्य एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया । कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डा विद्याभूषण मिश्रा बताया कि,गीता जयंती हिंदुओं के पवित्र धर्म ग्रंथ भगवद गीता का जन्मदिन है। यह हिंदू पंचांग के मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है।द्वापर युग में गीता जयंती वह शुभ दिन था जब भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने अपने मित्र और साथी अर्जुन को गीता का ज्ञान देकर कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र से वापस आने के लिए कहा था।श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को सुनाया था। यह महाभारत के भीष्मपर्व के अन्तर्गत दिया गया एक उपनिषद् है।भगवत गीता में एकेश्वरवाद, कर्म योग, ज्ञानयोग, भक्ति योग की बहुत सुन्दर ढंग से चर्चा हुई है।तब से हिंदू समुदाय ने श्रीमद्भगवद गीता को सबसे पवित्र ग्रंथ माना है।इस अवसर पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कमल सागर मऊ के डॉक्टर अमित कुमार यादव महाविद्यालय के आचार्य गण ,बब्लू,अंकित एवं छात्र छात्राये उपस्थित रहे।