मऊ । पठन-पाठन के साथ खेल से शारीरिक गतिविधियों का विकास होता है। इससे शरीर को उर्जा प्राप्त होती है। खेल से नैसर्गिक प्रतिभा का विकास होता है। विद्यार्थी जीवन के सर्वागीण विकास में खेल का बहुत बड़ा योगदान होता है। पूर्व एडीएम अरुण कुमार सिंह ने शुक्रवार को कही। शारदा नारायण नर्सिंग कालेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पहसा गड़वा में छठा स्पोर्ट एनुअल अयोजन के अवसर पर बोल रहे थे। निदेशक डॉ संजय सिंह ने कहा कि नियमित खेल से शरीर के साथ स्मरण क्षमता में भी विकास होता है। खेल के क्षेत्र में उन्नत कैरियर का निर्माण किया जा सकता है। यह असीम संभावनाओं का क्षेत्र है। विद्यार्थियों को इस दिशा में जागरुक रहने की आवश्यकता है। बांझपन विशेषज्ञ डॉ एकिका सिंह ने खेल के क्षेत्र में हो रहे बदलाव के साथ कैरियर पर विस्तार से प्रकाश डाला।सुष्मिता सिंह ने खेल के जीवन में महत्व को बताया। प्रधानाचार्य मंजु ने स्वागत एवं आभार ज्ञापन मैनेजर शिवकुमार सिंह ने किया।