धर्मागुडयू स्ट्रीट मंडापेटा निवासी कोंडा बाबू (50 वर्ष) पत्नी लावन्या (45 वर्ष) बेटे राजेश (25 वर्ष) व जयराज (23 वर्ष) ने बीते गुरुवार को दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुरा स्थित काशी कैलाश भवन में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए वाराणसी पुलिस आंध्र प्रदेश रवाना हो गई है।सामूहिक आत्महत्या के मामले में जांच व आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए वाराणसी पुलिस आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के लिए रवाना हो गई है। यहां के धर्मागुडयू स्ट्रीट मंडापेटा निवासी कोंडा बाबू (50 वर्ष) पत्नी लावन्या (45 वर्ष) बेटे राजेश (25 वर्ष) व जयराज (23 वर्ष) ने बीते गुरुवार को दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुरा स्थित काशी कैलाश भवन में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।राजेश के लिखे सुसाइड नोट के आधार पर आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी निवासी दुर्गा दिव्य आटो कंसल्टेंसी के मालिक पेटगट्ला प्रसाद, वहां काम करने वाली रामिरेड्डी वीर लक्ष्मी और मिठाई की दुकान चलाने वाले मल्ली बाबू के खिलाफ देवनाथ पुरा चौकी प्रभारी संजय कुमार यादव की तहरीर पर आत्महत्या के लिए उकसाने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दशाश्वमेध थाने में दर्ज किया गया है।राजेश ने सुसाइड नोट में लिखा था कि दुर्गा दिव्य आटो कंसल्टेंसी के काम करने के दौरान लिए गए छह लाख रुपयों में से पांच लाख लौटाने के बाद भी छह लाख रुपये मांग रहे थे। दस दिन में रुपये देने के लिए पूरे परिवार को प्रताड़ित कर रहे थे। चार लोगों की मौत के लिए उन्हें दोषी बताते हुए कड़ी सजा दिलाने की मांग पुलिस से की थी। वहीं सामूहिक आत्महत्या मामले में दो मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक तैयार हो सकी है। मौत की वजह हैंगिंग बताई जा रही है। इसे और पुख्ता करने के लिए विसरा जांच के लिए संरक्षित किया गया है।