गाजीपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार की शाखा प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश द्वारा सुल्तानपुर में 13 से 17 दिसंबर तक विराट कन्या कौशल शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें पूरे प्रदेश से लगभग 8000 कन्याएं जिनकी आयु 13 से 30 वर्ष हो प्रतिभाग करेंगी। इस क्रम में गाजीपुर जनपद से भी 13 सदस्यों (कन्याओं) का दल सुल्तानपुर पहुंच गया है। दल की नेतृत्वकर्ता व युवा प्रकोष्ठ गाजीपुर की प्रतिनिधि रोली सिंह व आंचल श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हमारी नारी शक्ति को और अधिक सशक्त, जागरूक, सक्षम और राष्ट्रभक्त बनने के लिए प्रेरित करना है। आज हमारी बहनें, छोटी-छोटी बच्चियां फैशनपरस्ती और गलत रास्ते पर प्रवृत्त हो रहीं हैं। समाज में महिलाओं को मात्र भोग की वस्तु बना कर रख दिया गया है। हमारी बहनों को इस सोच से निकालने की जरूरत है और ये समझने की आवश्यकता है कि वे रमणी और कामिनी ही नहीं है वे भावी भारत को गढ़ने वाली मातृ शक्तियां हैं। आज समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, पापाचार को रोकने के लिए नारियों को स्वयं को तैयार करना होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से बहनों की प्रतिभा और कौशल को बढ़ाने के लिए कई प्रकार की प्रतियोगिताएं, आत्मरक्षा के गुण और विभिन्न कार्यशालाओं, कक्षाओं के द्वारा उनके दैवीय गुणों को विकसित करने का प्रयास किया जायेगा। प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि प्रभाकर सक्सेना ने बताया कि आज नारियों को अपनी प्रतिभा, योग्यता और गुणों को श्रेष्ठ कार्यों में लगाने की आवश्यकता है, उन्हें अपना आदर्श किसी नेता या अभिनेताओं को नही बल्कि सीता, सावित्री, रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगनाओं और महापुरुषों को बनाना चाहिए जिससे उनके अंदर भी शौर्यता, वीरता, पराक्रम और राष्ट्रभक्ति आएं और उनकी आने वाली संताने शिवाजी, राणाप्रताप, विवेकानंद, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे मातृभूमि के रक्षक और राष्ट्रभक्त बनें। गायत्री परिवार शाखा गाजीपुर के प्रमुख सुरेन्द्र सिंह जी ने सभी प्रतिभागी बहनों, कन्याओं के प्रति आभार व्यक्त किया व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।