आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। भारतीय अकादमी आफ पीडियाट्रिक्स (IAP) जौनपुर के तत्वावधान में एडवांस नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम (NRP) वर्कशॉप का आयोजन हुआ जिसका उद्देश्य नवजात शिशुओं की आपातकालीन देखभाल से संबंधित अद्यतन जान एवं व्यावहारिक कौशल को सुदृढ़ करना था। इस दौरान विशेषज्ञों ने नियोनेटल रिससिटेशन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत करते हुये अकादमिक विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर नेशनल नियोनेटलॉजी फोरम (NNF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. लल्लन भारती ने नियोनेटल रिससिटेशन से संबंधित नवीन दिशा-निर्देशों पर प्रकाश डाला।
साथ ही इंडियन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. रुचिरा महेश्वरी गुप्ता ने नवजात देखभाल में समन्वित प्रशिक्षण के महत्व पर अपने व्यक्त किया। वहीं जे.एन. मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. मनाजिर अली ने जटिल नवजात स्थितियों में नैदानिक निर्णय प्रक्रिया पर मार्गदर्शन प्रदान किया जबकि मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के विभागाध्यक्ष डॉ. आकाश पंडिता ने नियोनेटल देखभाल में आधुनिक तकनीकों के सैद्धांतिक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा किया।
इसी क्रम में एसजीपीजीआई लखनऊ की प्रोफेसर डॉ. अनिता सिंह ने नवजात गहन देखभाल से संबंधित मानकीकृत प्रोटोकॉल पर व्याख्यान दिया तो कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज बुलन्दशहर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ब्रजेन्द्र सिंह ने नवजात आपातकालीन प्रबंधन के महत्वपूर्ण व्यावहारिक बिंदुओं को साझा किया। फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. लल्लन भारती ने कहा कि नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम (NRP) ने सफलतापूर्वक 35 वर्षों की यात्रा पूर्ण कर ली है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में पूरे वर्ष विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से NRP की विरासत को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में आगामी 10 मई 2026 को देश भर में एक साथ 'नेशनवाइड NRP कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें नेशनल नियोनेटलॉजी फोरम (NNF) के सदस्यों के सहयोग से लगभग 3500 स्वास्थ्य पेशेवरों को नवजात शिशुओं की आपातकालीन देखभाल का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। यह भी बताया कि नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य संरक्षण को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से NNF द्वारा एक और महत्वपूर्ण पहल की योजना बनाई जा रही है। इसके अन्तर्गत आगामी एक वर्ष तक प्रत्येक माह की 10 तारीख को NNF के सदस्यों द्वारा नवजात शिशुओं के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं परामर्श सेवाएं प्रदान की जायेंगी। यह पहल नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने तथा प्रारंभिक स्वास्थ्य देखभाल को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक डॉ. एच.पी. सिंह और विशेष अतिथि IAP उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. डी.एम. गुप्ता तथा उमानाथ सिंह मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.ए. जाफरी की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन सचिव डॉ. विपुल सिंह एवं संयुक्त सचिव डॉ. गुंजन पटेल ने संयुक्त रूप से किया। सफल आयोजन में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. फैज़ अहमद, डॉ. अरविंद सिंह एवं डॉ. मुकेश शुक्ला का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर डॉ. विनोद सिंह, डॉ. तेज सिंह, डॉ. फारुक, डॉ. अशोक यादव, डॉ. अजीत कपूर, डॉ. एस.एल. गुप्ता, डॉ. नय्यर आजम, डॉ. ममता सहित तमाम बाल रोग विशेषज्ञ उपस्थित रहे। समापन अवसर पर जौनपुर के अध्यक्ष डॉ. सरोज यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। आयोजन की सफलता में कोषाध्यक्ष डॉ. डी.के. यादव, सह सचिव डॉ. जयेश सिंह एवं डॉ. राजेश कुमार की भूमिका सराहनीय रही।