देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। कफ सीरप तस्करी के मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम ने शुकवार को ट्रांजिल रिमांड पर लेकर जनपद वापस लौट आई। सदर कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने आरोपी को मीडिया से रूबरू कराया। एसपी के निर्देशन में पुलिस टीम ने आरोपी को उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह अपने पूरे परिवार के साथ विदेश भागने की तैयारी में था।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनपदीय पुलिस ने 18 अक्टूबर को चेकिंग के दौरान दो कंटेनरों से 1.19.675 शीशी प्रतिबंधित कफ सीरप बरामद किया था। इसके अलावा 1 नवंबर को झारखंड के रांची में 134 पेटी में 13400 व 4 नवंबर की रात जनपदीय पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस के साथ चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपए की प्रतिबंधित कफ सीरप व 20 लाख फंडिंग की नकदी बरामद किया था। इस गोरखधंधे की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि भोला प्रसाद जायसवाल द्वारा मेसर्स शैली ट्रेडर्स रांची (झारखंड) के माध्यम से बड़े पैमाने पर कफ सीरप की नकली बिलिंग कर विभिन्न जनपदों में अवैध वितरण किया जा रहा था। एसआईटी जांच में जनपद भदोही, चंदौली, वाराणसी व सोनभद्र में लगभग 25 करोड़ के फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ, जिनमें से अधिकांश फर्मे धरातल पर अस्तित्वहीन पाई गईं। बाद पुलिस टीम ने संलिप्त खातों को फ्रीज कराया गया। एसपी ने बताया कि बीते 29 नवंबर को ड्रग इंस्पेक्टर राजेश मौर्य ने सदर कोतवाली में तहरीर सौंपकर मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने इस गोरखधंधे में संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित किया था। पुलिस टीम ने अथक प्रयास के बाद कफ सीरप तस्करी के मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल को धर दबोचा। एसपी ने बताया कि जनपद चंदौली के साथ ही जौनपुर, गाजीपुर व वाराणसी पुलिस भी गिरफ्तार आरोपी भोला प्रसाद जायसवाल को खोज रही थी।
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