देवल संवाददाता, बलिया के सिकंदरपुर स्थित सर्व सेवा संस्थान, नवरतनपुर-रसड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर एक दिव्यांगता जागरूकता रैली और विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनकी क्षमताओं और समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम के दौरान, वक्ताओं ने दिव्यांगजनों की क्षमताओं के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर दिव्यांग व्यक्तियों को उपेक्षित समझा जाता है, जबकि सही शिक्षा, प्रशिक्षण और सकारात्मक माहौल मिलने पर वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं और समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकते हैं।
ममता प्रजापति ने अपने संबोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों की क्षमताओं के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उचित शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से दिव्यांग व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
संस्थान के अध्यक्ष परमानन्द ने कहा कि यह दिवस समानता, अधिकार और सम्मान की भावना को मजबूत करने का अवसर है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजन अपनी इच्छाशक्ति और मानसिक दृढ़ता के बल पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं, जो पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। उन्होंने दिव्यांगजनों को प्रतिदिन प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस कार्यक्रम में सिंधराज, रिमांशु कुशवाहा, नागेन्द्र यादव, अरविन्द्र, प्रिंस सहित डी.एड विशेष शिक्षा—श्रवण बाधिता एवं बौद्धिक अक्षमता के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
