देवल संवाददाता, बलिया उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद के एक बयान को लेकर बलिया में लोगों का गुस्सा भड़क गया है। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जुबान फिसल गई। उनके मुंह से निकल गया अंग्रेजों के दलाल...। इसके बाद विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बयान से आक्रोशित होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री डॉ. संजय निषाद के पुतले को जूतों की माला पहनाई। उन्होंने पुतले को लातों से पीटते और घसीटते हुए शहर में घुमाया। इसके बाद, कटहल नाले पर पहुंचकर पुतले का दहन किया गया और उसे नाले में फेंक दिया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने 'संजय निषाद दलाल है' के नारे लगाए।
नगर सेवक पंकज मिश्रा और अशोक सिंह ने सदर कोतवाली में कैबिनेट मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए तहरीर दी है। उन्होंने अपनी तहरीर में लिखा है कि मंत्री निषाद की सार्वजनिक टिप्पणी ने बलिया की ऐतिहासिक गरिमा को ठेस पहुंचाई है और जिले के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान किया है। उनके बयान से बलिया के नागरिकों की सामूहिक प्रतिष्ठा और सम्मान को चोट पहुंची है।
कांग्रेस नेता सागर सिंह राहुल ने कहा कि जो व्यक्ति करोड़ों रुपये में टिकट का सौदा करता है, उसकी इतनी हिम्मत कैसे हुई कि वह बलिया के लोगों को दलाल बोले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संजय निषाद अब बलिया आते हैं, तो उन्हें जूतों की माला पहनाई जाएगी।
समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील उर्फ कान्हजी पाण्डेय ने भाजपा कार्यकर्ताओं से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे मंत्री का बहिष्कार करने और बलिया में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बलिया के भाजपा नेताओं का कर्तव्य है कि वे मुख्यमंत्री से डॉ. संजय निषाद को सरकार से बर्खास्त करने की मांग करें। अशोक सिंह ने मंत्री को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी, जबकि कांग्रेस नेता रूपेश चौबे ने चेतावनी दी कि यदि मंत्री ने बलिया की जनता से माफी नहीं मांगी, तो उनकी पिटाई जूते-चप्पल से की जाएगी।
