बसपा नेता जयप्रकाश मौर्य बोले— बाबा साहब का संविधान भारतीयों का सर्वोच्च कवच
कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।भारत के महान संविधान शिल्पी व सामाजिक न्याय के अग्रदूत डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर अंबेडकरनगर जिले के आलापुर विधानसभा क्षेत्र में कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिला पंचायत क्षेत्र रामनगर पूर्वी अंतर्गत ग्रामसभा मगनपुर महिमापुर और रामपुर मलिकपुर तेतरिया में आयोजित नुक्कड़ बैठकों में बाबा साहब के जीवन, संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई।कार्यक्रमों की अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य पद के भावी प्रत्याशी एवं बसपा नेता जयप्रकाश मौर्य ने की। सर्वप्रथम दोनों स्थानों पर उपस्थित जनसमूह द्वारा बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद कार्यक्रम औपचारिक रूप से प्रारंभ हुआ।मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जयप्रकाश मौर्य ने कहा कि “बाबा साहब के संघर्ष ही हमारे जीवन का मूल आधार हैं। आज हर भारतीय जिस अधिकार, सम्मान और खुशहाली का अनुभव करता है, वह डॉ. अंबेडकर के द्वारा दिए गए संविधान की देन है। दुनिया में भारतीय संविधान जैसा कोई कवच हमारे लिए नहीं हो सकता। हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर ही समाज और देश को सशक्त बनाना है।
”रामपुर मलिकपुर तेतरिया में आयोजित
बैठक में समाजसेवी रमेश मौर्य ने ग्रामीणों को एकत्र कर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर जयप्रकाश मौर्य ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जीवनी—उनके प्रारंभिक जीवन के संघर्ष, शिक्षा प्राप्त करने की दृढ़ इच्छा, सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई और आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान—पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने उपस्थित लोगों से समाज में समता, भाईचारा और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक रहने की अपील की।बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आज भी समाज को अंबेडकरवादी विचारों की जरूरत है ताकि समतामूलक समाज की स्थापना की जा सके। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना और मौलिक अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे बाबा साहब ने वंचित, पीड़ित और शोषित समाज के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया, जिससे आज भारत एक लोकतांत्रिक और न्यायपूर्ण राष्ट्र के रूप में खड़ा है। कार्यक्रमों में छेदीराम मौर्य, विजेंद्र मिश्रा, रमेश गौतम, रामबूझ, संजय कुमार, महेश कुमार, विशाल यादव, राकेश यादव, रमेश मौर्य सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही। सभी ने एक स्वर में बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलने और समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
