देवल, ब्यूरो चीफ, सोनभद्र।शासन के निर्देशानुसार एक तरफ जहां जनपदीय पुलिस मिशन शक्ति के तहत अभियान चलाकर महिलाओं को जागरूक करने के साथ ही उन्हें अपराध के खिलाफ आवांद उठाने के लिए प्रेरित कर रही है, तो वहीं दूसरी
तरफ एक गरीब परिवार की महिला अपनी शिकायत लेकर करीब 18 दिनों से दर-दर भटने को मजबूर है। सदर कोतवाली में सुनवाई न होने के बाद पीड़ित महिला जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र लेकर पर न्याय की गुहार लगायी, बावजूद इसके उसे अब तक न्याय नहीं मिल सका है। पीड़ित महिला का आरोप है कि मामले में कार्रवाई करने के बजाए सदर कोतवाली पुलिस उसके उपर ही दोषी प्रधानाचार्य से सुलह-समझौता कराने का दबाव बना रही है। विरोध करने पर उसे तरह-तरह की धमकियां दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के जयपुरिया स्कूल में बीते 14 नवंबर को बकाया फीस को लेकर उसके पुत्र की प्रधानाचार्य ने बेरहमी से पिटाई कर उसे स्कूल से निकाल दिया था। आरोप है कि प्रधानाचार्य की पिटाई से घायल उसका पुत्र स्कूल में बेहोश हो गया था। उसके पीठ पर चोट के निशान थे। घटना की जानकारी होने के बाद वह अपने पुत्र को साथ लेकर सदर कोतवाली पहुंची। यहां वह आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ तहरीर सौंप कर कार्रवाई की मांग की, लेकिन सदर कोतवाल ने कार्रवाई करने के बजाए टाल-मटोल करने लगे। सदर कोतवाल की वजह से यह मामला करीब दस दिनों तक दबा रहा। इसी बीच घटना की जानकारी होने के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल गेट पर पहुंच कर आरोपी प्रधानाचार्य व प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग किया, तब जाकर मामला उजागर हुआ। प्रदर्शन के बाद अगले दिन सदर कोतवाली पुलिस स्कूल में लगे सीसीटीबी कैमरों के फूटेज को खंगालने पहुंची तो प्रधानाचार्य ने बहानेबाजी करते हुए अगले दिन फूटेज दिखाने की बात कहीं। प्रधानाचार्य की बात को सुनने के बाद पुलिस वैरंग वापस लौट गई। बाद अगले दिन फिर पुलिस स्कूल पहुंची तो प्रधानाचार्य ने साफ शब्दों में यह कहते हुए फूटेज दिखाने से साफ मना कर दिया कि स्टोरेज कम होने के कारण सिर्फ एक सप्ताह का ही फूटेज मिल सकता है। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानाचार्य ने उसके पुत्र की सरेआर बेरहमी से पिटाई किया था. जिसकी वजह से उसका पुत्र बेहोश हो गया था। प्रधानाचार्य को बचाने में पुलिस जी-जान से जूटी है। कहा कि यदि प्रधानाचार्य दोषी नहीं हैं तो क्यों नहीं उसे फूटेज दिखाया जा रहा है। उधर मामले में सदर कोतवाल ने बताया कि प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी के द्वारा की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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