देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। बाद में किसानों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
वक्ताओं ने कहा कि किसान, गरीब और मजदूर लगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में सभी कृषि ऋण माफ किया जाए। स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगायी जाए। तूफान व बारिश से नष्ट हुई फसलों का तत्काल मुआवजा दिलाया जाए। गेहूं बीज व उर्वरकों की उचित रेट पर उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। नहरों की सफाई और क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत की मांग करायी जाए। किसानों ने फर्जी मुकदमों व पुलिस उत्पीड़न पर रोक लगाने की भी मांग किया। संगठन ने वृद्धा. विधवा एवं विकलांग पेंशन बढ़ाकर पांच हजार रुपए प्रतिमाह करने, आंगनबाड़ी केंद्रों में कथित खाद्यान्न भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने, गांवों की खराब सड़क व नालियों की मरम्मत कराने, लंबित चकबंदी कराने तथा राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग किया। किसानों ने रोडवेज में महिलाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा देने, सरकारी अस्पतालों में बाहरी दवा लिखने पर रोक लगाने सहित बाजारों में बिक रही नकली दवाओं पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की भी मांग किया। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि आठ दिन के भीतर मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। मौके पर अशोक विश्वकर्मा, सरोज देवी, राधा देवी, प्रभा, केदारनाथ, सुदर्शन, हनुमान प्रजापति, गणेश, रमा देवी, शांति देवी, तारा देवी, परमेश्वर प्रजापति, कमलेश मौर्य, अशोक विश्वकर्मा, रामजी ठाकुर आदि मौजूद रहे।
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