देवल संवाददाता, मऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने आज अपने मऊ भ्रमण के दौरान नोएडा प्रशिक्षण केंद्र,घोसी में आयोजित पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों के हितलाभ वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर माननीय मंत्री ने लाभार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए और उन्हें इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।अपने संबोधन में ऊर्जा मंत्री शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन चुका है। राज्य में वर्तमान समय में 11,000 मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है, जो न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त कर रहा है बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ी उपलब्धि है।उन्होंने विस्तार से बताया कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा दिए जा रहे अनुदान ने इस योजना को अत्यंत लाभकारी एवं लोकप्रिय बनाया है।1 किलोवाट के संयंत्र की लागत लगभग ₹65,000 आती है, जिसमें उपभोक्ता को ₹45,000 की सब्सिडी मिलती है।2 किलोवाट संयंत्र की लागत ₹1,20,000 है, जिसमें ₹90,000 की सब्सिडी शामिल है।3 किलोवाट पर कुल लागत ₹1,80,000 आती है, जिसमें सरकार की ओर से ₹1,08,000 की सब्सिडी दी जा रही है।मंत्री शर्मा ने कहा कि जिन लोगों के पास प्रारंभिक पूंजी उपलब्ध नहीं है,उन्हें ध्यान में रखते हुए योजना को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा गया है, ताकि सभी वर्गों के परिवार आसानी से इसका लाभ उठा सकें। मऊ जनपद में अब तक 800 लाभार्थियों को बैंक के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया गया है,जो योजना की प्रभावशीलता और लोकप्रियता को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रतिदिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर घर तक सस्ती,स्वच्छ और निर्बाध बिजली पहुँचे और उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में भी उल्लेखनीय कमी आए।कार्यक्रम के दौरान मंत्री शर्मा द्वारा रामचंद्र पासवान,अर्चना सिंह,ज्योति राय,मुन्ना यादव, सुदामा शर्मा,फिरोज खान सहित कई लाभार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, अधिकारी एवं लाभार्थी उपस्थित रहे।
