देवल संवाददाता, बलिया के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ओजस्वी राज ने सोमवार को बलिया और बिहार को जोड़ने वाले तीन निर्माणाधीन पुलों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान लोक निर्माण विभाग और सेतु निगम के अधिकारी तथा स्थानीय ग्रामीण भी उपस्थित रहे।निरीक्षण के समय, विगत वर्षों में आई बाढ़ और उससे हुए कटान के कारण कार्य में उत्पन्न बाधाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
कटान की गंभीर स्थिति को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को आगामी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।आबादी को सुरक्षित रखने के लिए प्रोटेक्शन वॉल के निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
साथ ही, निर्माणाधीन सेतुओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और निर्माण सामग्री के सैंपल प्रयोगशाला में भेजकर जांच कराने के निर्देश भी दिए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा एवं घाघरा नदी में बाढ़ से होने वाले कटान को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाए।
इसका उद्देश्य स्थानीय आबादी और भूमि को पूर्ण रूप से सुरक्षित रखना है।जिन पुलों का निरीक्षण किया गया, उनमें गंगा नदी पर शिवपुर घाट से सेतु निर्माण, घाघरा नदी पर राम चांदपुर के सामने सेतु निर्माण और घाघरा नदी पर खरीद दरौली घाट पर सेतु का निर्माण शामिल हैं। ये परियोजनाएं बलिया और बिहार के बीच न केवल अगले कुछ वर्षों के लिए, बल्कि आगामी दशकों तक निर्बाध संपर्क को सुविधाजनक बनाएंगी।
