मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से जुड़ी योजनाओं एवं 50 लाख से अधिक लागत वाले निर्माण कार्यों की मंडलायुक्त ने की समीक्षा
कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर । मंडलायुक्त राजेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार अंबेडकर नगर में माननीय मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से संबंधित विकास कार्यों एवं 50 लाख से अधिक लागत मूल्य के निर्माण कार्यों (सड़कों को छोड़कर) की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में मंडल आयुक्त द्वारा सर्वप्रथम माननीय मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से संबंधित विभिन्न विभागों के विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में उन्होंने अतिरिक्त ऊर्जा विभाग के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, उद्यान विभाग द्वारा संचालित एकीकृत बागवानी विकास मिशन, पर ड्रॉप मोर क्राफ्ट माइक्रोइरिगेशन, ऊर्जा विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, दुग्ध विकास विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग। जल निगम, नियोजन, पंचायती राज, पर्यटन, बेसिक शिक्षा, वन विभाग, पशुपालन विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, मत्स्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, माध्यमिक शिक्षा, युवा कल्याण, लोक निर्माण विभाग, कौशल विकास विभाग एवं उद्यमिता, श्रम विभाग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, समाज कल्याण विभाग, सहकारिता विभाग, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग आदि के अंतर्गत संचालित योजनाओं की विभागवार प्रगति की समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उद्यान विभाग के अंतर्गत संचालित एकीकृत बागवानी मिशन योजना की समीक्षा के दौरान जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि एकीकृत बागवानी मिशन के अंतर्गत जनपद में पहली बार ड्रैगन फूड एवं स्ट्रॉबेरी की खेती कृषकों द्वारा प्रारंभ की गई है इसी के साथ ही पाली हाउस का भी निर्माण किया गया है जिसमें सरकार द्वारा 50% कृषकों को सब्सिडी प्रदान की जाती है। मंडलायुक्त ने कहा कि पॉलीहाउस के अंतर्गत खेती से अच्छा फायदा प्राप्त होता है। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को पॉलीहाउस कृषकों को अच्छे गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के साथ-साथ बेहतर प्रशिक्षण दिलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पॉलीहाउस में खेती में पेस्टिसाइड एवं अन्य उर्वरकों का प्रयोग फसलों के देखभाल के बारे में कृषकों को प्रशिक्षित टीम द्वारा बेहतर जानकारी प्रदान की जाए। उन्होंने पॉलीहाउस से संबंधित कृषकों की अन्य जनपदों में संचालित अच्छे पाली हाउसों का भ्रमण कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पॉलीहाउस से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
बैठक में जिलाधिकारी ने अवगत कराया की जनपद में फॉर्मर रजिस्ट्री कार्य को अभियान मूड में तेजी से कराया जा रहा है।
मंडलायुक्त ने जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक एक अपूर्ण आवास को संबंधित खंड विकास अधिकारियों को स्वयं देखने और आवास न बनाने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने 108 एवं 102 एंबुलेंस सेवाओं के औसत प्रतिक्रिया समय की स्थिति खराब होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उसमें सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि मरीजों को समय से एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई जाए और अस्पतालों में सभी आवश्यक सेवाएँ सुचारु रूप से संचालित रहें। उन्होंने कहा कि “मरीज को समय पर इलाज और सुविधा मिलना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
मंडलायुक्त ने पशुपालन विभाग की समीक्षा में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों के संरक्षण और रखरखाव में किसी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोवंश की देखभाल में संवेदनशीलता आवश्यक है तथा संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी गौशालाओं में पर्याप्त चारा, पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहे। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को संरक्षित गोवंश की सुपुर्दगी योजना में सुधार ले जाने के निर्देश दिए।
बैठक में मंडलायुक्त ने अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में जल आपूर्ति की निरंतरता बनी रहे और वहां किसी भी प्रकार की शिकायत ना आए।
इस अवसर पर मंडलायुक्त ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को मार्गो के किनारे की झाड़ियों को कटवाए जाने एवं तारों के पास के पेड़ की टहनियों को कटवाने के कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिए।
सिंचाई विभाग को नहरो की सफाई का कार्य समय से पूरा करने तथा रवि सीजन में प्रत्येक नहर की टेल पानी की पहुंच सुगमता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्य समयबद्ध तरीके से और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किए जाएँ। उन्होंने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए और परियोजनाओं की प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। इस अवसर पर उन्होंने सभी कार्यदाई संस्थाओं को निर्देशित किया कि सभी कार्यदाई संस्थाएं आपने अपने सभी परियोजनाओं में लगाए जाने वाले फिटिंग्स, टाइल्स एवं अन्य सामग्रियों को जिलाधिकारी से अप्रूवल कराने के उपरांत ही लगाएं। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने परियोजनाओं के गुणवत्ता की स्वयं भी मॉनिटरिंग करें।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला द्वारा मंडल आयुक्त महोदय को जनपद के अधिकारियों की तरफ से आस्वस्त करते कहा कि निर्देशों का समयबद्ध अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा और योजनाओं में बेहतर प्रगति लाई जाएगी। बैठक में पुलिस अधीक्षक अभिजित आर शंकर, मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार सहवाल सहित अन्य संबंधित विभागों एवं कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।
