देवल संवाददाता, मऊ। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला अधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम(SIR)को लेकर आज राजनीतिक दलों की प्रतिनिधियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान समस्त उप जिलाधिकारी(ERO)भी जुड़े रहे। जिला अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम दो चरणों में पूर्ण होगा। प्रथम चरण में 4 नवंबर से 4 दिसंबर के दौरान गणना प्रपत्र के वितरण, कलेक्शन एवं डिजिटाइजेशन का कार्य होगा। द्वितीय चरण 9 दिसंबर को ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन के उपरांत लगभग एक महीने तक चलेगा। प्रथम चरण में मतदाताओं से किसी भी तरह के साक्ष्य की मांग बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा नहीं की जाएगी। उन्होंने समस्त प्रतिनिधियों से अपील किया कि पार्टियों द्वारा नियुक्त बीएलए के माध्यम से यथाशीघ्र फार्म कलेक्शन की कार्रवाई पूर्ण करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि गणना प्रपत्र स्वयं अथवा किसी वयस्क अभिभावक द्वारा हस्ताक्षरित अवश्य होना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में मतदाता सूची से नाम कट भी सकता है। उन्होंने गणना प्रपत्र को ठीक ढंग से भरने हेतु माननीय भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों से भी प्रतिनिधियों को अवगत कराया। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि अगर किसी मतदाता का नाम दो जगह है तो दोनों जगह गणना प्रपत्र उपलब्ध कराए गए होंगे। ऐसी स्थिति में एक ही जगह से गणना प्रपत्र भरकर जमा करें अन्यथा इसे आपराधिक कृत्य मानते हुए जेल की सजा भी हो सकती है। उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रक्रिया में पार्टियों से सहयोग की अपील भी की।इसके अलावा अंतिम तिथि का इंतजार ना करते हुए यथाशीघ्र फार्म कलेक्शन में सहयोग करने को कहा,जिससे समय समय रहते समस्त मतदाताओं का डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण किया जा सके। जिलाधिकारी ने जनपद के मतदाताओं से अपील भी किया कि गणना प्रपत्र मिलने को उपरांत यथा शीघ्र उसे भरने के बाद हस्ताक्षर सहित बूथ लेवल अधिकारी को उपलब्ध करा दें,जिससे समय रहते इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जा सके। बैठक के दौरान समस्त उप जिलाधिकारी(ERO)भी जूम मीटिंग के माध्यम से जुड़े थे। इस दौरान जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई समस्याओं से अवगत कराते हुए उन्हें तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह एवं समस्त मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
