देवल, ब्यूरो चीफ,शक्तिनगर, सोनभद्र। एनजीटी के निर्देश पर कंट्रोल पाल्यूशन बोर्ड, जल निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। टीम के पहुंचने की सूचना मिलते ही एनसीएल परियोजनाओं की ओर से सुबह से ही सड़क की सफाई और पानी का छिड़काव शुरू कर दिया गया था। टीम ने बलिया नाले का दूषित पानी पर नाराजगी जताई। निरीक्षण दल में सहायक पर्यावरण अभियंता जैन तिवारी, जल निगम के अधिशासी अभियंता अरुण सिंह के अलावा राजस्व विभाग की टीम शामिल रही। दल ने एनसीएल दुधीचुआ खदान के विभिन्न स्थलों, ईटीपी प्लांट, हनुमान मंदिर स्थित नाला, दुधीचुआ-जयंत सीमा नाला, बलिया नाला, शिवाजी नगर और तेलगावां क्षेत्र का निरीक्षण किया। ईटीपी प्लांट दुधीचुआ में खदान से आ रहे पानी का सैंपल लिया। निरीक्षण के दौरान बलिया नाला में बह रहे अत्यधिक दूषित पानी को देखकर टीम ने नाराजगी जताई। प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के याचिकाकर्ता रामेश्वर और अशोक कुमार ने बताया कि एनसीएल खदनों का दूषित पानी सीधे रिहंद जलाशय में प्रवाहित किया जा रहा है। वर्ष 2018 में टैक्सोलाजिकल लैब स्थापित करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन सात वर्षों बाद भी लैव नहीं बन सका, जिससे टीम ने असंतोष व्यक्त किया। टीम ने सैंपल के जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
एनजीटी के निर्देश पर जांच के लिए पहुंची टीम, कई नालों से लिया पानी का सैंपल
नवंबर 27, 2025
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