देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। आज आदिवासियों, गिरवासियों एवं वनवासियों का सम्मान वर्तमान शासन में वापस लौटा है। जिस तरह से देश की आजादी का सपना बिरसा मुंडा नीलांबर पीतांबर समेत तमाम जनजातीय क्रांतिकारियों ने देखा था, वह सपना आज पूर्ण हो रहा है। यह दिन हमारे लिए गौरव का दिन है। आज नीलांबर पीतांबर स्मृति सम्मान समारोह के जरिए इस आदिवासियों की धरती पर जो कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, वह अपने आप में अद्भुत है।
यह बातें गुरुवार को रावर्ट्सगंज विधानसभा के सिल्थम गांव के शिव मंदिर परिसर में आयोजित निलाम्बर, पिताम्बर खरवार स्मृति सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथ राज्यपाल असम लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने कही। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की एकता अखंडता व संप्रभुता के लिए जरूरी है कि हम एक हो कर रहे हैं। हमें तमाम ऐसी तकते हैं जो कमजोर करने की साजिश रचती है, हमें उनसे सावधान रहना है। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को जागरूक करने के लिहाज से कहा कि हमारी आपकी एकता राष्ट्र की एकता है। इस मौके पर सदर विधायक भूपेश चौबे, शारदा खरवार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। समारोह में एक दर्जन से अधिक ऐसे आदिवासी समूह के लोगों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशिष्ट कार्य किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक घमडी खरवार की पत्नी कलावती खरवार ने किया। कार्यक्रम का संयोजन मुन्ना धागर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जीत सिंह खरवार उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति आयोग ने अभिनंदन पत्र पढ़ा, कार्यक्रम के संरक्षक भारतीय जनता पार्टी काशी क्षेत्र के पूर्व उपाध्यक्ष रमेश मिश्रा सहित गणमान्य लोगों ने राज्यपाल का सम्मान व स्वागत किया। इसके पूर्व राज्यपाल ने सिलथम गांव स्थित आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों हरिवंश धांगर, विशुन धांगर स्मृति द्वार का लोकार्पण किया। स्मृति द्वार का निर्माण विधायक निधि से कराया गया है। इसी तरह रामगढ़ बाजार में स्थित कालिदास शिक्षण संस्थान परिसर तक ग्राम पंचायत से बनवाए गए इंटरलॉकिंग संपर्क मार्ग का लोकार्पण भी राज्यपाल द्वारा किया गया। सर्किट हाउस से चलने के बाद जिला मुख्यालय से लेकर पटना तक जगह-जगह विद्यालय के बच्चों ने माल्यार्पण कर व वंदे मातरम के जय घोष के साथ उनका स्वागत किया। रामगढ़ कस्बा में स्थित अपने छोटे भाई के शीतल आचार्य के आवास पर भी राज्यपाल का आगमन हुआ, जहां क्षेत्र के तमाम गणमान्य लोगों ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर पूर्व के कई पुराने संघ व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को बुके देकर स्वागत किया। दोपहर का भोजन राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने अपने भाई के आवास पर किया। सुरक्षा की दृष्टि से जिला मुख्यालय से लेकर पटना तक जगह-जगह पुलिस व खुफिया तंत्र के लोग तैनात रहे। सुबह से ही जिलाधिकारी बद्री नाथ सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट उत्कर्ष द्विवेदी, पुलिस क्षेत्राधिकारी रणधीर मिश्रा समेत कई आला अधिकारी कार्यक्रम स्थल का जायजा लेते रहे। इस अवसर पर शिव मंदिर पटना (सिल्थम) परिसर में राज्यपाल ने पौध रोपण भी किया।
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