देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। डीपीआरसी सोनभद्र भवन में गुरूवार को दो दिवसीय अनावसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्राम पंचायतों का स्वयं के श्रोत से आय बढ़ाने के विषय पर सदर ब्लाक के सचिव व पंचायत सहायकों को प्रशिक्षित किया गया। अपर जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उप निदेशक (पं) मिर्जापुर ने ग्राम पंचायत सचिव एवं पंचायत सहायकों को संबोधित करते हुए बताया कि पंचायत एक स्वतंत्र इकाई के रूप में कार्य करती है। विकास कार्य में धन राशि की आवश्यकता पड़ती है। राज्य सरकार एवं केंद्र से जो धनराशि प्राप्त होता है, उसमें कराए जाने वाले कार्य निश्चित कर दिया जाता है, जिसके कारण पंचायत बहुत से कार्य नहीं कर पाती। अगर पंचायत स्वयं के श्रोत से आय करती है तो उस पैसे से अपने पंचायत में आवश्यकतानुसार कोई भी कार्य कर पाएंगी। पंचायत के स्वयं के कौन-कौन से श्रोत है, उसके बारे में भी संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि अगर 1500 के नीचे की आबादी वाली पंचायतें 10 हजार तक की स्वयं के श्रोत से आय करती है तो उन्हें 5 हजार तक सरकार द्वारा आत्म निर्भर पंचायत पुरस्कार अंतर्गत प्रोत्साहन धनराशि पंचायत के विकास कार्य के लिए दिया जा रहा है। 10 हजार से जितना रुपया ज्यादा पंचायतें स्वयं के श्रोत से आय करेंगी, उस राशि का पांच गुना प्रोत्साहन की धनराशि सरकार द्वारा दी जा रही है। आप लोग जो 1500 से नीचे के आवादी की पंचायतें है, वे ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन राशि पाने के लिए पंचायतों में स्वयं के श्रोत से आय अर्जित करने के लिए प्रयास करें, जिससे पंचायतें अपने विकास विकास कार्यों को इच्छानुरूप कर सकती है। प्रथम बैच में प्रशिक्षक संदीप कश्यप, शाहीन बनो, द्वितीय बैच में विनय कुमार, संजू कुशवाहा ने ओएसआर के समस्त बिंदुओं पर जानकारी दी।
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