देवल संवाददाता, आजमगढ़। सिधारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चर्चित रमा अस्पताल एक बार फिर गंभीर आरोपों की जद में है। चार वर्षीय मासूम के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में भारी लापरवाही, डॉक्टर द्वारा गाली-गलौज और स्टाफ द्वारा मारपीट करने का संगीन आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि समय पर इलाज न मिलने से बच्चे की हालत बेहद नाजुक हो गई। चकविलिंदा गांव निवासी खुशबू देवी ने मीडिया को बताया कि उनके 4 साल के बेटे का हाथ गंभीर रूप से कट गया था। 26 नवंबर को दोपहर करीब 2 बजे बच्चे को रमा अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर अमित सिंह ने मरीज को देखने के बाद कहा कि ऑपरेशन रात 9-10 बजे के बीच होगा। इस बीच बच्चा लगातार दर्द से तड़पता रहा, लेकिन न तो कोई दवा दी गई और न ही कोई त्वरित उपचार किया गया। परिजनों के बार-बार अनुरोध करने पर भी डॉक्टर अमित सिंह केवल आश्वासन देते रहे और कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हालत लगातार बिगड़ने पर परिजनों ने बच्चे को दूसरे अस्पताल ले जाने का फैसला किया और डिस्चार्ज मांगा। इसी बात पर डॉक्टर अमित सिंह आग-बबूला हो गए। खुशबू देवी के मुताबिक डॉक्टर ने न सिर्फ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया बल्कि गंदी गालियां दीं। इसके बाद अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने परिजनों के जेठ पंकज और पति बृजेश के साथ हाथापाई शुरू कर दी। किसी तरह परिवार बच्चे को लेकर अस्पताल से बाहर निकला और तुरंत पुलिस को सूचना दी। परिजनों का आरोप है कि रमा अस्पताल की इस घोर लापरवाही के कारण उनके बच्चे की जान को गंभीर खतरा पैदा हो गया। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर निजी अस्पतालों में मरीजों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के मुद्दे को उजागर कर दिया है।
फिर चर्चा में आया रमा हॉस्पिटल, 4 साल के बच्चे की जान पर मंडराया खतरा
नवंबर 27, 2025
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