देवल संवाददाता, आजमगढ़। जिले के सठियांव स्थित दी किसान सहकारी चीनी मिल में पेराई सत्र 2025–26 की शुरुआत विधिवत पूजा-पाठ के साथ की गई। डीएम रविन्द्र कुमार ने क्रशर में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया और पहली ट्रॉली लाने वाले किसान का सम्मान भी हुआ।
दी किसान सहकारी चीनी मिल सठियांव में पेराई सत्र 2025–26 का शुभारंभ डीएम रविन्द्र कुमार ने विधिवत पूजा-पाठ कर किया। पूजा के बाद उन्होंने क्रशर में गन्ना डालकर औपचारिक रूप से पेराई शुरू कराई। इसी दौरान मिल में पहुंचे पेराई सत्र के प्रथम ट्रॉली गन्ने की तौल कराई गई और गन्ना लेकर आने वाले पहले किसान का अंगवस्त्र व माला पहनाकर स्वागत किया गया।
डीएम ने बताया कि पिछले वर्ष 35 लाख टन पेराई का लक्ष्य था, जबकि इस वर्ष लगभग 45 लाख टन गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ और आस-पास के जिलों के करीब 23 हजार किसान इस चीनी मिल पर निर्भर हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गन्ना क्रय के बाद किसानों का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए। साथ ही चीफ इंजीनियर को नियमित निरीक्षण करने तथा मिल को एक बार शुरू होने के बाद किसी भी दशा में बंद न होने देने के निर्देश दिए।
इसके बाद डीएम ने समिति पदाधिकारियों के साथ बैठक कर लक्ष्य की प्राप्ति तक मिल को निरंतर संचालित रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रिकवरी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए और किसानों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर गन्ने की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि किसानों की तौल पर्ची के क्रम के अनुसार ही पेराई की जाए, ताकि किसी किसान को परेशानी का सामना न करना पड़े। आवश्यकता पड़ने पर किसानों को एक सप्ताह पहले एडवांस में पर्ची देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी किसान को किसी भी प्रकार की समस्या न हो और मिल पूर्ण क्षमता के साथ संचालित हो।
कार्यक्रम में उप सभापति उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ लि. ऋषिकान्त राय, जीएम दी सहकारी चीनी मिल सठियांव, मुख्य गन्ना अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी सहित समिति के सदस्य एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
