देवल संवाददाता, गाजीपुर। नेताजी मुलायम सिंह की तरह ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गुरुवार को सिधौना आकर पूर्वांचल के गांधी रामकरन दादा के परिवार की तीसरी पीढ़ी के रिश्ते की डोर को और मजबूत कर गये। नेताजी और दादा के प्रगाढ़ संबंध को यूपी में लोग मिसाल दिया करते थे कि चाहे कुछ भी हो जाये दादा की बात मुलायम सिंह टाल नही सकते हैं। इसी तरह दादा भी आजीवन मुलायम सिंह को मजबूत करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। जबतक दादा जीये उनकी सांसों में मुलायम सिंह बसते थे। जब दादा कुछ नाराज हो जाते थे तब मुलायम सिंह खुद मनाने के लिए उनके घर लखनऊ या सिधौना आते थे। इस प्रगाढ़ रिश्ते की पृष्ठभूमि में 1969 में रामकरन दादा ने चौधरी चरण सिंह से विशेष आग्रह कर नेताजी को टिकट दिलावाया था और हमेशा बीकेडी से जनता पार्टी, लोकदल, और फिर समाजवादी पार्टी में एक मजबूत स्तंभ में खड़ा होकर नेताजी को प्रदेश का मुखिया बनाया था। इसके बाद दूसरी पीढ़ी दादा के पुत्र विजय यादव को मुलायम सिंह ने दो बार एमएलसी बनाकर रिश्ते को और मजबूत कर दिया। तीसरी पीढ़ी में अब आशीष यादव उर्फ राहुल जो राजनीति में संघर्ष करने के लिए अपने कदम बढ़ा चुके हैं। सपा सुप्रीमो ने आज राहुल को अशीर्वाद दिया। आज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दोपहर बाद रामकरन यादव पीजी कालेज सिधौना के हेलीपैड पर उतरे। हेलीपैड पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत पूर्व एमएलसी विजय यादव, जयसिंह यादव, आशीष उर्फ राहुल यादव, जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, रामविजय चौहान और सैकड़ों नेताओं ने किया। इसके बाद उन्होने रामकरन दादा के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और वहां से कार द्वारा उनके घर गये। घर में सभी परिवार के सदस्यों से मिले। करीब 15 मिनट रुकने के बाद वह फिर वाराणसी के लिए प्रस्थान कर गये।
रामकरन दादा के तीसरी पीढ़ी के रिश्ते की डोर को और मजबूत कर गए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव
अक्टूबर 30, 2025
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