शिवांश, देवल, ब्यूरो, गाज़ीपुर।आज दिनांक - 01-09-2025 को जनपद-गाज़ीपुर के विकास खंड मरदह में विकास खंड स्तरीय किसान सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह जी भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती चिंता देवी जी ,सहकारी समिति इंदौर के अध्यक्ष संजय सिंह जी ,पूर्व ग्राम प्रधान श्री मुन्ना राजभर ,क्षेत्र अधिकारी इफको गाज़ीपुर जी एवं सचिन तिवारी इफको गाजीपुर ने मृदा परीक्षण के महत्व के बारे में चर्चा की एवं खेत से मिट्टी का नमूना लेने के वैज्ञानिक तरीके के बारे में बताया । इसके अलावा नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी एवं नैनो जिंक नैनो कॉपर सागरिका के उपयोग एवं महत्व के बारे में विस्तृत चर्चा की एवं खरीफ व रबी की सीजन की फसलों में नैनो उर्वरक की प्रयोग विधि भी बताई तथा किसान भाइयों की नैनो उर्वरक से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया। इसके अलावा इफको के अन्य उत्पाद जैसे बायो डी कम्पोजर,कंर्साेटिया एवं जल विलेय उर्वरक के बारे में भी जानकारी दी । मुख्य अतिथि महोदय द्वारा किसानों से पारंपरिक फास्फेटिक व यूरिया के उपयोग को कम करके नैनो यूरिया नैनो डीएपी सागरिका के प्रयोग को ज्यादा करने की अपील की एवं चिंता देवी जी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया । इस कार्यक्रम में लगभग 109 किसान उपस्थित रहे।
नैनो डीएपी परिचय-
यह पारंपरिक दानेदार डीएपी का एक बेहतरीन विकल्प है जिन फसलों में नैनो डीएपी का उपयोग किया जाता है वहां किसान भाई दानेदार डीएपी के उपयोग को आधा कर सकते है अर्थात खेती की लागत में कमी, नैनो उर्वरकों के प्रयोग से 6 से 8 प्रतिशत तक फसल उत्पादन में बढ़ोत्तरी देखी गई है मतलब कम लागत में अधिक उपज।
पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी अधिक मात्रा में दानेदार डीएपी यूरिया के प्रयोग से जल,मिट्टी तथा हवा प्रदूषित होती है, दानेदार डीएपी की कीमत 1350 रुपए होती है वहीं एक एकड़ में प्रयोग होने वाली एक बोतल(500 मिली) की बोतल मात्र 600 रुपए में आती है
सारांश- किसान भाइयों की अब लंबी लंबी लाइन में लगकर खाद खरीदने की जरूरत नहीं आधार कार्ड,खतौनी दिखाने की जरूरत नहीं । नैनो डीएपी ऐसा विकल्प है जिससे कम लागत में अधिक उपज मिलती है।