मानक विहीन होने के बाद भी नवीनीकरण करके अवैध को बनाया गया वैध
कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।नगर पंचायत जहांगीरगंज में स्थित साक्षी डायग्नोस्टिक सेंटर में बुधवार को मारपीट और तोड़फोड़ की घटना से हड़कंप बच गया।
बातचीत में महिलाओं ने बताया कि उसके पिता के द्वारा उसकी बहन जिसकी उम्र लगभग 13 वर्ष था। पेट में दर्द की वजह से उसका सोनोग्राफी करने के लिए साक्षी डायग्नोसिस सेंटर पर लगाया गया था। पैसे ना होने के कारण उसके पिता ने एटीएम या अन्य तरीके से पैसा लेने के लिए बाहर चले गए। इसी दौरान संचालक के द्वारा 13 वर्षीय बालिका का सोनोग्राफी कर दिया गया। वापस आने के बाद उसके पिता के द्वारा बालिका को ले जाने पर डायग्नोसिस सेंटर पर काम कर रहे कर्मियों के द्वारा पैसा देकर अपनी रिपोर्ट ले जाएं। इस पर डायग्नोसिस सेंटर पर काम कर रहे कर्मियों और पिता के बीच में पैसे को लेकर विवाद हुआ। महिलाओं का आरोप है कि कर्मियों के द्वारा खून में गर्मी है कहीं और जाकर निकालो इसके अलावा अन्य अपमान जनक भाषा का प्रयोग किया गया। जिस पर उनके द्वारा मारपीट करने में असफल होने पर ईट फेंक कर मारने के प्रयास में बाहर लगे केबिन का शीशा टूट गया।
वैसे पूरे बाजार में यह चर्चा का विषय है कि जिस तरह से डायग्नोसिस सेंटर का संचालन किया जा रहा है वह पूरी तरह से अवैध है क्योंकि डिजिटल के युग में आज तक डायग्नोसिस सेंटर में सीसी कैमरे नहीं लगवाया गया है। कहीं ना कहीं इस बात का संकेत है कि इस डायग्नोसिस सेंटर में लिंग परीक्षण का कार्य धड़ल्ले से किया जाता है।