देवल संवाददाता, आजमगढ़। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि आज हम स्वतंत्रता की 79वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। आजादी पाने के लिए हजारों लोगों ने अपने जीवन की कुर्बानी दी। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ का जनपद स्वतंत्रता संग्राम में हमेशा अग्रणी रहा है। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1920-21 का असहयोग आंदोलन, 1930-31 का सविनय अवज्ञा आंदोलन और 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन – सभी आंदोलनों में आजमगढ़ के लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में कई लोगों ने अपनी जान दी, कई को आजीवन कारावास भुगतना पड़ा और कुछ को परिवार से लंबा समय अलग रहना पड़ा। इसलिए आज का दिन सिर्फ आजादी का जश्न मनाने का नहीं, बल्कि उन वीरों और उनके परिवारों को याद करने का भी दिन है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की कि वे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े महापुरुषों के परिवार से संवाद करें और यदि किसी पटल पर उनके काम लंबित हैं, तो उनका तुरंत निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस तभी सार्थक होगा जब हम अपने पूर्वजों और देशभक्तों के परिवारों की समस्याओं का समाधान करें।
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी पाकिस्तान और चीन से हुई लड़ाइयों में आजमगढ़ के वीरों ने भाग लिया, और उनके परिजनों के कार्यों का निस्तारण करना भी हमारा दायित्व है। उन्होंने अधिकारियों से ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य करने, जनसामान्य की समस्याओं का समाधान करने और समाज के प्रति संवेदनशील रहने का आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा, अपर जिलाधिकारी गम्भीर सिंह और अन्य कर्मचारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही जीजीआईसी आजमगढ़ की छात्राओं ने देशभक्ति गीतों की भावपूर्ण प्रस्तुति दी, जिसे सुनकर उपस्थित सभी भाव-विभोर हो गए।
जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और जीजीआईसी की छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री राहुल विश्वकर्मा ने किया। कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और स्वतंत्रता दिवस की गरिमा को और बढ़ाया।