देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। स्थानीय विकास खण्ड कोन में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केन्द्र इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस अस्पताल में एक्स-रे, अल्ट्रा साउंड, इसीजी आदि जांच की सुबिधाएं मिलने से क्षेत्रीय मरीज मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों का शरण ले रहे हैं, जहां जांच व उपचार के नाम पर उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा भले ही आकांक्षी जनपद सोनभद्र में आदिवासियों की भलाई के लिए तरह तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं पर उसका कोई असर नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि आज तक इस स्वास्थ्य केन्द्र पर बिजली, पानी (आरओ) बेड की समूचित व्यवस्था नहीं है. जिससे स्थानीय लोगों में रोष है।
अपना दल (एस) के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद पटेल दयालु सहित स्थानीय लोगों ने पूर्व में कई बार संबंधित विभाग सहित स्वास्थ्य विभाग के आला मंत्रियों को समस्या से अवगत करा चुके हैं, किन्तु व्यास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं हुआ। बतादें कि इस स्वास्थ्य केन्द्र पर दूर दराज से मरीज अपना उपचार कराने आते हैं। अस्पताल में दो स्थायी चिकित्सक सहित एक प्रशिक्षु चिकित्सक व दो स्टाफ नर्स की नियुक्ति है। आरोप है कि रात में सारे डाक्टर गायब हो जाते हैं। जिससे रात्रि में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी से इस पर हस्तक्षेप की मांग किया है।