देवल संवाददाता,कोपागंज। शिया समुदाय द्वारा आयोजित 7वीं मोहर्रम अलम का जुलूस गुरुवार पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच निकाली गई। यह जुलूस सदर इमाम बाड़ा फुलेल पूरा से उठकर अपने परम्परागत रास्ते से होते हुए गंजेशहीदा पहुंचा। और दफ्न किया गया हुआ। 7 मोहर्रम के दिन सुबह से ही शिया समुदाय के घरों से अलम निकलना शुरू हो जाता है ।सारे अलम चौक न०1 फुलेल पूरा में रखे जाते हैं। सबसे पहले चौक न०2 से अलम का जुलूस निकाला जाता है । जुलूस निकालने के दौरान अपने तक़रीर में कहा कि यह जुलूस कर्बला में मारे गये इमाम हुसैन उनके साथी घर वालों और उनके भाई मौला अब्बास की वफादारी एवं उनकी क़ुरबानी की याद में निकाला जाता है । कहा कि कर्बला में यज़ीदी सिपाहियों की तरफ से 7 वीं मोहर्रम को इमाम हुसैन के काफ़िले के लिए पानी बन्द कर दिया जाता है।इमाम हुसैन के काफ़िले में छोटे छोटे बच्चे थे जो प्यास से तड़पने लगे।इन बच्चों की प्यास बुझाने के लिए इमाम हुसैन अपने भाई जनाब अब्बास को पानी लाने दरिया पर भेजते हैं मगर कई हज़ार की संख्या में यज़ीदी सिपाहियों ने एक अकेले और निहत्थे अब्बास को इस बेरहमी से हमला करते हैं कि उनके दोनों हाथ कलम हो जाते हैं और उनकी लाश को टुकड़े टुकड़े कर देते हैं । कहा कि दुनिया का पहला सबसे घातक आतंकवादी हमला कर्बला में हुआ । अगर उसी वक़्त इस हमले के खिलाफ लोग खड़े हो जाते तो आज दुनिया से आतंकवाद का नाम व निशान मिट जाता मगर अफ़सोस कि लोगों ने ज़ालिमों का साथ दिया। इस जुलूस में नगर की अंजुमनों अंजुमन हैदरी,अनुजुमन इमामिया , अंजुमन सज्जादिया,अंजुमन इमामिया क़दीम, अंजुमन हुसैनिया और अंजुमन जाफरिया ने अपने मखसूस अंदाज़ मेंनौहा पढ़ कर मौला अब्बास को श्रद्धांजली अर्पित की।जूलुस में मौलाना ज़ुहूरुल मुस्तफा, मौलाना शमशीर अली,मौलाना मुन्तज़िर मेहदी,अम्बर हुसैन,हाजी सक़लै जाफरी इत्यादि लोग मौजूद रहे ।