देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। बच्चों की कम उपस्थिति पर परिषदीय विद्यालयों के बंद करने के आदेश से खफा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलामंत्री नंदलाल आर्य के नेतृत्व में सोमवार को सूबे की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी किया। जिलामंत्री नंदलाल आर्य ने कहा कि बच्चों की कम उपस्थिति पर प्रदेश के हजारों प्राथमिक व उच्च प्राथमिक परिषदीय विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। इसी कम में जनपद के 84 विद्यालय बंद होंगे। योगी सरकार का यह फैसला बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार के इस फैसले से प्राइवेट स्कूल संचालकों को मुनाफा होगा। सवाल करते हुए कहा कि, शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए भारी भरकम बजट खर्च होने के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ने के बजाए दिन-प्रतिदिन क्यों घट रही है। सरकारी स्कूलों में कम फीस होने के साथ ही बच्चों को यूनिफार्म, मध्यान भोजन के साथ ही अन्य सुविधाएं मिलती है। शिक्षकों को प्रतिमाह सरकारी खजाने से अच्छा-खास वेतन मिलता है। बावजूद इसके परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या दिन-प्रतिदिन क्यों घट रही है। इस पर न तो प्रदेश सरकार का कोई ध्यान है और न ही इस सवाल पर शिक्षा विभाग के अधिकारी बोलने को तैयार है। सरकार को स्कूलों को बंद करने के बजाए इस मसले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए। कहा कि प्रदेश सरकार के इस व्यवस्था से प्राइवेट स्कूलों के संचालकों को फायदा होगा। इस मौके पर का. प्रेमनाथ, का. पुरुषोत्तम, का. श्याम नारायणन सिंह, जिला कमेटी सदस्य का. लल्लन राम ब्रांच मंत्री चुर्क हनुमान प्रसाद, वरिष्ठ समाजसेवी माथुर प्रसाद, एड. चन्द्रमा प्रताप, जगनारायण, सुजीत कुमार सिंह, अजीत कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।