देवल संवाददाता,मऊ। मौसम में तेजी से हो रहे परिवर्तन का असर मानव जीवन पर साफ देखा जा सकता है। बेतहाशा गर्मी से तापमान में वृद्वि,बरसात से लेकर ठंड तक के समय में हो रहा बदलाव घातक सिद्व हो रहा है। ऐसे में प्रकृति की रक्षा-सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्वता के साथ कार्य करना होगा। प्रत्येक व्यक्ति को एक पौध लगाकर रक्षा करते हुए उसे वृक्ष होने तक की प्रक्रिया तक देखरेख करना होगा। तेजी से बढ़ती जनसंख्या और घटते प्राकृतिक संसाधनों के बीच संतुलन बनाने के लिए धरती को हरित बनाना सबका लक्ष्य होना चाहिए। युवाओं को इस दिशा में आगे बढ़कर इसे अभियान का रुप देना होगा। विश्व पर्यावरण दिवस पर डॉ संजय सिंह ने यह उदगार शारदा नारायण हास्पिटल में पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किया। मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुजीत सिंह ने इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि प्लास्टिक मुक्त होने की दिशा में सार्थक पहल करना होगा। आधुनिक जीवन शैली में प्रकृति से दूर होने के कारण रोगों का प्रभाव बढ़ा है। अधिकाधिक पौधरोपण और संरक्षण पर ध्यान देना होगा। न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुदीप चौधरी व चेस्ट फिजिशियन डॉ शमशाद अहमद ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम में 25 लोगों को पौध का वितरण किया गया। कार्यक्रम के उपरांत पहसा गड़वा स्थित शारदा नारायण नर्सिंग कालेज एंड पैरामेडिकल साइंसेज स्कूल में निदेशक डॉ संजय सिंह के नेतृत्व में सभी छात्रों ने व्यापक पौधरोपण किया।