विरोधियों द्वारा ख़ुद के मानसिक सामाजिक प्रताड़ना तथा चरित्र हनन का लगाया गंभीर आरोप
देवल संवाददाता । दिनांक 07.05.2025 पहलगाम घटना के बाद से सोशल मीडिया पर उत्पन्न महिला शिक्षक संघ पदाधिकारी के बीच विवाद में मण्डल अध्यक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के चार लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी एफ०आई०आर० दर्ज़ कराई गई थी उसके बाद से ही लगातार दूसरा पक्ष शिखा मौर्य के द्वारा भी 6 लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी एफ०आई०आर० बीते कल दर्ज़ कराई गई है इसी कड़ी में बुधवार को लोटस हास्पिटल आजमगढ़ में आयोजित पत्रकार वार्ता में सोशल मिडीया के माध्यम से महिला शिक्षक संघ के पदाधिकारी में उत्पन्न विवाद में एक पक्ष जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या स०अ० प्रा०वि० मतौलीपुर, पल्हनी आजमगढ़ द्वारा प्रेस के माध्यम से जो भी आरोप लगाये गये थे, उसे मण्डल अध्यक्ष प्रज्ञा राय ने सिरे से नकार दिया।
प्रेसवार्ता के दौरान मण्डल अध्यक्ष प्रचा राय ने इस बात पर जोर दिया कि स्वंय के द्वारा अपने सहयोगी एवं जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या व उनके परिवार के उपर एक शब्द भी गलत बयानवाजी और कोई जातिगत टिप्पणी नही की गयी।
यह सही है कि सोशल मिडीया पर कामन मित्रों द्वारा पहलगाम की घटना को लेकर उत्पन्न माहौल में राष्ट्रीय पक्ष एवं सैन्य सुरक्षा तथा सरकार के प्रति भरपूर समर्थन विखाया गया एवं दुसरी तरफ से सरकार की आलोचना एवं सैनिको के मनोबल को तोड़ने के कार्य की आलोचना की गयी। विवाद का मुख्य बिन्दु यहीं से आरम्भ हुआ। इसी बीच शिखा मौर्या की छोटी बहन स्वपनील मौर्य उर्फ सपना, भाई अरुण मौर्य (प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर महाराजगंज) एवं भाभी कंचनलता मौर्य स०अ० चकबिलन्दा पल्हनी द्वारा शिवम झा से मेसेन्जर में की गयी बातचीत को स्क्रीनशाट के माध्यम से अपनी फेसबुक आई०डी० पर मेरे व्यक्गित/निजी तस्वीरों के साथ अश्लील और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट शेयर की गई, जिसमें मेरा चरित्र हनन किया गया एवं मेरे परिवार को बदनाम किया गया। एस०सी०, एस०टी०एक्ट के अन्तर्गत फर्जी मुकदमा दर्ज करा फँसाने की बात की गयी।
शिखा मौर्य के भाई अरुण मौर्य के द्वारा दिनांक 03.05.2025 दिन शनिवार को सुबह फेसबुक मेसेन्जर में आकर जान से मारने की धमकी व एसिड अटैक करवाने तथा अन्य प्रकार की भद्दी गालियों देने का कुकृत्य किया गया। जिससे में आहत हो गयी, और कानूनी प्रक्रिया के अन्तर्गत दिनांक 03.05.2025 दिन शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच तथा योषियों पर कार्यवाही करने की मांग की। जैसे ही एफ०आई०आर० की जानकारी शिखा मौर्य व उनके परिवार को मिली इन लोगो ने अपनी फेसबुक आईडी से सारे विवादित कन्टेट डिलीट कर दिया।
जाहाँ तक उनके द्वारा यह आरोप लगाया गया कि मैं जातिगत मानसिकता से कार्य करती हूँ। इसे में सीरे से नकारती हूँ। साथ ही बताती चलू कि जनपद कुशीनगर में प्रथम नियुक्ति के दौरान मैने अपने विद्यालय में सबसे दुर्वल अशिक्षित दलित वस्ती के परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से कार्य किया है। 250 से अधिक दलित बस्ती के बच्चों का प्रवेश विद्यालय में कराकर उन्हे शिक्षिक करने का कार्य किया। विद्यालय का स्तर जनपद कुशीनगर में प्रथम स्थान पर ला दिया। इस चात की सराहने करते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों द्वारा मुझे सम्मानित किया गया।
इसी के साथ यह अवगत कराना है कि शिक्षक दायित्व निर्वहन करने के साथ अपराजिता सेवा संस्थान के माध्यम से रक्तदान शिविर कराकर सैकड़ो लोगो को जीवनदान दिलाने में भूमिका निभायी है।